माघ शुक्ल १३ , कलियुग वर्ष ५११४
क्या हिंदुओंको बारबार आतंकवादी सिद्ध करनेका प्रयास करनेवाले (मौलाना) दिग्विजय सिंह (खां) एवं अन्य कांग्रेसी नेता हिंदू समाजसे क्षमा मांगेंगे ?
हिंदुओंकी पूर्णतः अपकीर्ति करनेके उपरांत हिंदूद्रोही गृहमंत्री सुशीलकुमार शिंदेद्वारा खेद व्यक्त !
१. हिंदुओंको ‘आतंकवादी’ कहनेका अनुचित लाभ पाकिस्तानके जिहादी आतंकवादियोंने उठाया, उसका उत्तर गृहमंत्री शिंदे किस प्रकार देंगे ?
२. हिंदुओ, शिंदेने आपको आतंकवादी कहकर जो अपकीर्ति की है, उसकी क्षतिपूर्ति उनसे अवश्य करवाइए!
नई देहली – कुछ दिन पूर्व जयपुरके कांग्रेस चिंतन शिबिरमें किये गये मेरे भाषणसे आतंकवादके संबंधमें मैंने कुछ हिंदू संगठनोंका नाम लिया था, जिससे उन संगठनोंके लोग व्यथित हुए हैं । इसके लिए मैं खेद व्यक्त करता हूं । किंतु, मैंने आतंकवादको किसी धर्मसे नहीं जोडा है । ( शिंदेने आतंकवादको केवल हिंदू धर्मसे जोडा है, अन्यसे कभी नहीं ! वस्तुतः, मुसलमानों एवं ईसाइयोंका आतंकवाद अस्तित्वमें है; फिर भी शिंदे कभी उनका उल्लेख नहीं करते – संपादक दैनिक सनातन प्रभात ) आतंकवादी कृत्योंमें उन संगठनोंका हाथ होनेका कोई आधार नहीं है । (शिंदेके इस वक्तव्यसे स्पष्ट होता है कि हिंदू आतंकवादी नहीं है । अब वे विद्यमान जिहादी आतंकवादके विषयमें स्पष्ट बोलें, यही हिंदुओंकी अपेक्षा है ! वक्तव्यके अनेक दिन पश्चात शिंदे खेद व्यक्त करते हैं ! यदि शिंदेको ज्ञात था कि हिंदू संगठनोंके आतंकवादी होनेका आधार नहीं है, तो उन्होंने गृहमंत्री पदसे ऐसा वक्तव्य किया ही क्यों ? क्या शिंदेके सब वक्तव्य निराधार होते हैं ? – संपादक दैनिक सनातन प्रभात ) कहा जाता है कि इस विषयपर संसदमें भाजपाके संभावित आक्रामक तेवरसे डरकर शिंदेने यह खेद पहले ही व्यक्त करना उचित समझा है । (क्या शिंदेको ऐसा नहीं लगा कि हिंदुओंसे क्षमा मांगनी चाहिए !- संपादक दैनिक सनातन प्रभात ) जयपुरके कांग्रेसके चिंतन शिबिरमें सुशीलकुमार शिंदेने आरोप किया था कि भाजप एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हिंदू आतंकवादियोंके लिए प्रशिक्षण शिबिर चलाते हैं ।
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात