झारखंड में एक दलित युवती को अगवा कर उसके साथ सामुहिक बलात्कार करने का मामला सामने आया है । पीडिता ने आरोपियों पर जबरन धर्मांतरण कराने का भी आरोप लगाया है । यह मामला धनबाद के तोपचांची (लेदाटांड) का है । पीडिता ने पुलिस अधीक्षक से इस बाबत शिकायत की है । युवती ने अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म करने और जबरन धर्मांतरण करा कर शादी करने का गंभीर आरोप लगाया है । मामले में युवती ने अपने ही गांव के कुछ लोगों को आरोपी बनाया है । पीडिता ने शिकायत में असलम अंसारी उर्फ गुलाम सरवर, राजा बाबू अंसारी, खुसतर अंसारी, अपलु अंसारी और लाडला अंसारी का नाम लिया है । युवती ने बताया कि आरोपी उसके खिलाफ टिप्पणी भी करता रहता था । पीडिता ने बताया कि एक रात गुलाम सरवर उसके घर से पकडा भी गया था । मामले की जानकारी उसके परिजनों के साथ ही मुखिया और गांव के अन्य गणमान्य लोगों को दी गई थी । मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, युवती के परिजन ने उसकी शादी तय कर दी थी । इसके बाद उसके भावी ससुराल में फोन कर लडकेवाले पक्ष को शादी न करने की धमकी दी जाने लगी थी ।
आरोपियों ने ऐसे किया था अगवा
पीडिता ने बताया कि, २३ अप्रैल को देर शाम वह शौच के लिए बाहर निकली थी । उसी समय दो व्यक्ति आए और उसे उठाकर गुलाम सरवर के घर पर ले गए थे । शिकायत के अनुसार, गुलाम सरवर के परिजनों ने युवती को इस्लाम धर्म कबूल कर शादी करने को कहा था । ऐसा न करने पर जान से मारने और घर पर हमला करने की धमकी तक दी थी । पीडिता ने बताया कि, उसे पीने के लिए पानी दिया गया था, जिसे पिने के बाद उसने अपना सुध-बुध खो दिया था । इसके बाद उसे ट्रेन से नासिक (महाराष्ट्र) ले जाया गया था । युवती का आरोप है कि, वहां हथियार का भय दिखाकर गुलाम सरवर और राजा बाबू अंसारी ने उसके साथ दुष्कर्म किया । पीडिता ने बताया कि उससे ४ मई को धनबाद के एक न्यायालय में जबरन बयान दिलवाया गया था कि वह आरोपियों के साथ अपनी मर्जी से गई थी और अब अपना धर्म भी बदल लिया है । न्यायालय से बाहर निकलते ही युवती ने पुलिस को हकीकत बता दी जिसके बाद उसे पिता के संरक्षण में घर भेज दिया गया था ।
स्त्रोत : जनसत्ता