हिन्दू विधिज्ञ परिषद आयोजित राष्ट्रीय ‘अधिवक्ता अधिवेशन’
गोवा (विद्याधिराज सभागृह) : यहां श्री रामनाथ देवस्थान के श्री विद्याधिराज सभागृह में आयोजित दो दिवसीय ‘राष्ट्रीय अधिवक्ता अधिवेशन’ के प्रथम दिवस के द्वितीय सत्र में उपस्थित अधिवक्ताआें को संबोधित करते हुए जोधपुर के अधिवक्ता श्री. मोती सिंह राजपुरोहित ने कहां कि, भारत के नागरिकों के विवाह के लिए पहले केवल ‘इंडियन मैरेज एक्ट’ था । तदुपरांत अंतरधर्मीय विवाह करने के लिए ‘स्पेशल मैरेज एक्ट’ तैयार किया गया । यह कानून भयंकर है, इस कारण मुसलमानों को हिन्दुओं से विवाह करने की स्वतंत्रता मिलती है ! जिससे ‘लव जिहाद’ को प्रोत्साहन मिलता है । इसलिए इसे निरस्त कराने के लिए जनजागरण अत्यावश्यक है !
इस समय मोती सिंह राजपुरोहित ने कहा,
१. ऐतिहासिक काल से लव जिहाद अस्तित्व में है । मोहोम्मद बिन कासिम के काल से यह चला आ रहा है !
२. वर्ष १९९२ के उपरांत उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों की सीमाओं पर २२ सहस्र मदरसे बनाए गए हैं । वे धर्मांतरण के बडे अड्डे बन रहे हैं । इसके विरोध में कृति करने की आवश्यकता है !