सप्तम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन !
रामनाथी आश्रम आने पर ‘हिन्दू राष्ट्र स्थापना की ओर हो रहा मार्गक्रमण’ सही दिशा में होने की अनुभूति आई ! परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी में व्याप्त दैवी शक्ति के कारण, यह लक्ष्य निश्चितरूप से पूर्ण होगा, इसकी सुनिश्चिती लगती है !
वाराणसी एक पवित्र तीर्थस्थान है । यहां के त्रिवेणी संगम में स्नान करने से शक्ति मिलती है । मनुष्य में व्याप्त षड्रिपुओं को नष्ट करने का स्थान है वाराणसी !
हर मनुष्य ने अपना जीवन व्यतीत करते समय फूल बनकर सुगंध फैलानी चाहिए । सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति रूपी माला का एक फूल बनना चाहिए । यहां से लौटते समय हर हिन्दू को ‘हिन्दू राष्ट्र’ के लिए कुछ कार्य करने की प्रेरणा लेकर जाना चाहिए ! कर्नल श्री. अशोक किणी ने ऐसा आवाहन किया ।