कैराना से हिन्दुआेंका पलायन होते समय कुछ न कर सकनेवाले हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनोंकी यह असफलता है ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति
उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश के शामली जनपद के कैराना में एक बार फिर से पलायन का मामला सामने आया है। जिले के झिंझाना थाना क्षेत्र के केरटू गांव से एक परिवार के पलायन करने की घटना पर प्रशासन ने जांच के आदेश दिए है। आरोप है कि परिवार को गांव के अल्पसंख्यक समुदाय के दबंग परेशान करते थे, जिससे तंग आकर यह कदम उठाया। कई बार गुहार लगाने पर भी पुलिस से मदद नहीं मिली।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार घर छोडकर जाते समय परिवार की महिला ने दीवार पर लिखा – ‘यह मकान बिकाऊ है’। बताया जाता है कि, गांव में सतपाल का परिवार रिश्तेदारों के भरोसे गुजर-बसर करता है। वजह कि सतपाल शारीरिक रूप से अस्वस्थ होने के कारण काम नहीं कर पाते। आरोप है कि, सतपाल की पत्नी जब गांव के हैंडपंप पर पानी भरने गईं तो उन्हें समुदाय विशेष के लोगों ने जमकर पीटा। पुलिस में शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। क्योंकि आरोपी प्रभावशाली बताए जाते हैं। आए दिन गांव में दबंगों की गाली-गलौज और मारपीट से परेशान होकर सतपाल की पत्नी ने गांव छोडने का निर्णय लिया। रेखा के अनुसार जब बेटे मयंक को फर्जी मुकदमे में फंसाने की समुदाय विशेष के लोगों ने धमकी दी तो वह डर गईं, जिस पर गांव छोडकर करनाल जाने का निर्णय लिया।
३ जून को रेखा का पूरा परिवार सामान लेकर गांव छोड गया। जाने से पहले उन्होंने मकान की दीवार पर बिकाऊ होने की बात लिखी। बताया जाता है कि, गांव के किसी भी व्यक्ति ने परिवार को रोकने की कोशिश नहीं की। उधर जब परिवार के पलायन करने की खबर सामने आई और हंगामा मचा तब जाकर पुलिस की नींद टूटी। पुलिस ने आरोपी पक्ष की एक महिला का शांति भंग में चालान कर एसडीएम कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। शामली के पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा के अनुसार गांव में पानी को लेकर हुए झगडे में एक बार समझौता हो गया था, बाद में फिर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई। महिला ने डर के चलते पलायन की बात कही है, जिसकी जांच हो रही है।
स्त्रोत : जनसत्ता