‘सप्तम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन’के तीसरे दिन ‘लव जिहाद और धर्म- परिवर्तन का प्रतिकार कैसे करें !’ इस विषय पर उद्बोधन सत्र
लव जिहाद का षड्यंत्र व्यापक स्तर पर फैला है । धर्मांध लैंड जिहाद, होटल जिहाद सहित विविध मार्गों से हिन्दुआें पर आक्रमण कर रहे हैं । इसी के साथ धर्म-परिवर्तन भी देश के सामने गंभीर समस्या है । निर्धन और आदिवासी लोगों का छल-कपट से धर्म-परिवर्तन किया जा रहा है । लव जिहाद और धर्म-परिवर्तन के षडयंत्र को रोकने के लिए हिन्दुआें को जागृत कर संगठित कृति करने का निर्धार ‘लव जिहाद और धर्म-परिवर्तन का प्रतिकार कैसे करें’, इस सत्र में किया गया । इस सत्र में विविध मान्यवरों ने मार्गदर्शन किया । इस सत्र में स्वामी श्री हरिश्रद्धानंद सरस्वतीजी का सम्मान हिन्दू जनजागृति समिति के गोवा राज्य समन्वयक डॉ. मनोज सोलंकी ने किया ।
ईसाई धर्म-परिवर्तन का षड्यंत्र समझकर उसके लिए हिन्दुआें को सतर्क रहने की आवश्यकता है ! – डॉ. कौशिकचंद्र मल्लिक, उपसंपादक, ‘ट्रुथ’, शास्त्रधर्म प्रचारसभा, बंगाल.
मैंने जब प्रथम बार परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के दर्शन लिए, उसके उपरांत मुझे कार्य करने के लिए दिशा मिली । हिन्दू राष्ट्र आनेवाला ही है, इस पर मेरी दृढ श्रद्धा है । सनातन धर्म के प्रचार का कार्य मैं अपनी क्षमता के अनुसार कर रहा हूं । ईसाइयों में ईस्टर्न-वेस्टर्न, इसके साथ ही कैथॉलिक-प्रोटेस्टंट चर्चवाद है; परंतु यह बात हमारे सामने नहीं आती है । ईसाइयों की विचारधारा में भारी मात्रा में संभ्रम है । धर्म-परिवर्तन का षड्यंत्र पूर्व से ही है और वर्तमान में भी चल रहा है । इसके लिए हम सभी को जागरूक रहना चाहिए, ऐसा मनोगत डॉ. कौशकचंद्र मल्लिक ने ‘धर्म-परिवर्तन रोकने के लिए ईसाई लोगों के कुछ सत्य’ इस विषय पर बोलते समय व्यक्त किया ।
धर्मांधों के लव, लैंड, हॉटेल जिहाद का हिन्दुआें को वैचारिक स्तर पर प्रत्युत्तर देने की आवश्यकता ! – अधिवक्ता नीरज जैन, अध्यक्ष, हिंदू जागरण मंच, बडोदरा, गुजरात
हिन्दुआें की बस्ती में किराए से घर लेना, पडोसी हिन्दुआें से जानबूझकर झगडा करना और हिन्दुआें को वहां से घर बेचकर जाने के लिए बाध्य करना, ऐसा षड्यंत्र आजकल धर्मांधों द्वारा चलाया जा रहा है । देश में लव जिहाद, लैंड जिहाद और हॉटेल जिहाद चल रहा है । उसमें हिन्दुआें को वैचारिक स्तर पर प्रत्त्युत्तर देने की आवश्यकता है । दो माह पूर्व ही गुजरात में भूमि अधिग्रहण के विषय में ‘डिस्टर्ब एरिया एक्ट’ लागू किया गया । इससे हिन्दूबहुसंख्यक क्षेत्र में धर्मांध भूमि खरीद नहीं सकते हैं । संपूर्ण देश में यह कानून लागू किया जाना चाहिए, ऐसा मनोगत अधिवक्ता नीरज जैन ने व्यक्त किया । वह ‘लैंड जिहाद’ हिन्दुआें क लिए एक संकट : अनुभवकथन’, इस विषय पर बोल रहे थे ।
छोटे-छोटे क्षेत्र के हिन्दुआें तक जाकर उन्हें सेवा प्रदान करनी होगी ! – सुश्री नीरा सिंह, इलाहाबाद, उत्तरप्रदेश
उत्तराखंड में रोजगार न होने से ३६०० गावों के हिन्दू विस्थापित हो गए । धर्मांध उत्तराखंड में भारी मात्रा में भूमि अधिग्रहित कर रहे हैं । यह आगामी संकट की सूचना है । हिन्दुआें को समय रहते ही जागृत होने की आवश्यकता है । ग्रामीण क्षेत्र तक के हिन्दुआें तक पहुंचकर उन्हें सेवा प्रदान करनी होगी । उनका समुपदेशन कर उन्हें गांव से विस्थापित होने और धर्म-परिवर्तन होने से परावृत्त करना होगा, ऐसा मनोगत सुश्री नीरा सिंह ने व्यक्त किया । वे ‘पर्वतीय राज्यों में हिन्दुआें की समस्या और उपाय’, इस विषय पर बोल रहे थे ।
धर्मपरिवर्तित हुए हिन्दुआें को जागृत करने का काम करेंगे ! – स्वामीजी श्री हरिश्रद्धानंद, संरक्षक, गोमंतक हिन्दू प्रतिष्ठान, गोवा
ईसाई पैसे तथा अन्य प्रलोभन दिखाकर निर्धन हिन्दुआें का धर्म-परिवर्तन करते हैं । प्रलोभन दिखाकर निर्धन हिन्दुआें का धर्म-परिवर्तन कर रहे हैं । इसप्रकार लाखों हिन्दूआें का धर्म-परिवर्तन होकर वे ईसाई बन रहे हैं । इसके लिए हमें हिन्दुआें में चेतना जागृत करनी होगी । गोवा में मैंने ५ लाख लोगों से मिलने का संकल्प किया है । धर्मपरिवर्तित हुए हिन्दुआें को जागृत करने का काम मैं करनेवाला हूं, ऐसा मार्गदर्शन स्वामीजी श्री हरिश्रद्धानंद ने किया । वे ‘गोवा में चल रहे धर्म-परिवर्तन के तथ्य’ इस विषय पर मार्गदर्शन कर रहे थे ।
अधिवेशनस्थल पर तीसरे दिन लगाई प्रदर्शनी
रामनाथी में हिन्दू अधिवेशनस्थल पर ‘गोरक्षा (गोहत्या : हिन्दू धर्म पर आया संकट !, गोहत्या रोकें !, गोपालन को प्रोत्साहन दें !)’, ‘धर्म-परिवर्तन (धर्म-परिवर्तन महापाप, धर्म-परिवर्तन अर्थात राष्ट्र का परिवर्तन, धर्म-परिवर्तन : हिन्दूविरोधी षड्यंत्र)’, ‘लव जिहाद’, ‘हिन्दू राष्ट्र’, ‘बांग्लादेशी हिन्दुआें पर होनेवाले अत्याचार’, ‘सत्पात्रे दान करें !’, ‘सामाजिक दुष्प्रवृत्तियां कैसे रोकें ?’, आदि विषयों पर प्रदर्शनी लगाई थी ।