श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के रहने वाले एक मुस्लिम युवक से वर्ष २०१७ में शादी रचाने वाली १८ वर्षीय लडकी ने आरोप लगाया है कि उसकी शादी ‘लव जिहाद’ का मामला है । लडकी ने कहा कि लडके और उसके परिवार के सदस्यों ने उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराने के बाद गैंगरेप किया । आरोपी लडके के खिलाफ चंडीगढ जूवेनाइल कोर्ट में मुकदमा चल रहा है और वह अभी जमानत पर चल रहा है ।
लडकी ने यह भी आरोप लगाया कि चंडीगढ पुलिस ने ठीक ढंग से उसके मामले में जांच नहीं की और उसे मात्र ‘आपसी सहमति से बना संबंध’ करार दिया है । लडकी ने पूरे मामले की जांच सीबीआई या एनआईए से कराए जाने की मांग की है । जस्टिस अनीता चौधरी के समक्ष १ मई को यह मामला सुनवाई के लिए आया है ।
लडकी ने बताया कि जनवरी २०१६ में लडके से उसकी पहचान फेसबुक के जरिए हुई थी । लडके ने खुद को हिन्दू बताया था । वे चंडीगढ में एक-दूसरे से मिले जहां लडके ने उसे शादी का प्रस्ताव दिया । इस बीच उसे पता चला कि लडका मुस्लिम है तो उसने शादी से मना कर दिया । वे दोबारा अप्रैल २०१७ में एक होटेल में मिले जहां उसे कथित रूप से शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया और आपत्तिजनक तस्वीरें ले लीं ।
लडकी ने बताया कि लडके ने आत्महत्या की धमकी दी तो उसने संबंध बनाने को अपनी सहमति दे दी । उसे चंडीगढ के बुरैल गांव की एक मस्जिद में जबरन ले जाया गया जहां उसका धर्म परिवर्तन कराया गया । शादी के बाद लडका श्रीनगर चला गया और मई तथा जून २०१७ में वह दो बार घाटी गई जहां लडके के परिवार ने उसके साथ घटिया व्यवहार किया और गैंगरेप किया ।
चंडीगढ पुलिस ने वर्ष २०१७ में इस संबंध में रेप का मामला दर्ज किया । याचिकाकर्ता ने बताया कि उसने जम्मू-कश्मीर के डीजीपी के पास शिकायत दर्ज कराई है और श्रीनगर में न्यायिक मैजिस्ट्रेट के समक्ष मामला लंबित है ।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स