भाजपा विधायक टी. राजासिंह द्वारा सप्तम अखिल भारतीय अधिवेशन में किए गए मार्गदर्शन के विशेषतापूर्ण सूत्र
वर्ष २०१९ से पहले श्रीराम मंदिर का निर्माण नहीं किया गया, तो भाजपा छोड दूंगा ! – विधायक टी. राजासिंह
भाजपा को सत्ता में आए ४ वर्ष पूर्ण हो गए; परंतु अभी तक श्रीराम मंदिर का निर्माण, धारा ३७० को निरस्त करना, समान नागरिक कानून बनाना, इनमें से एक भी कार्य पूर्ण होता दिखाई नहीं देता । अतः वर्ष २०१९ के पहले यदि हिन्दूहित में निर्णय नहीं लिए गए तथा श्रीराम मंदिर का निर्माण नहीं किया गया, तो मैं भाजपा छोड दूंगा तथा आवश्यकता पडने पर स्वतंत्र राजनीतिक दल स्थापित कर चुनाव लडूंगा । विधायक श्री. टी. राजासिंह ने इस समय यह चेतावनी दी ।
१. १०० करोड लोगों में से ईश्वर ने मुझे ही क्यों चुना होगा, इसे ध्यान में रखकर हमें धर्मकार्य तथा देशकार्य के लिए समय देना चाहिए । धर्मकार्य करते हुए बाधाएं तो आएंगी ही; परंतु इन बाधाआें का अर्थ है ईश्वर द्वारा हमारी ली जानेवाली परीक्षा तथा इस परिक्षा में हम उत्तीर्ण तो होकर रहेंगे, यह विश्वास रखें ।
२. हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से १४ राज्यों में ८ भाषाआें में १ सहस्र ४०० से भी अधिक हिन्दू धर्मजागृति सभाआें का आयोजन किया गया । इससे १६ लाख से भी अधिक लोगों तक यह विषय पहुंच चुका है । मैं २५ से भी अधिक सभाआें में उपस्थित था । मुझे प्रत्येक सभा में युवकों का उत्साह देखने मिला । मालेगांव की हिन्दू धर्मजागृति सभा अभूतपूर्व थी । ७० प्रतिशत धर्मांधों की जनसंख्यावाले इस नगर में सभा न हो, इसलिए पुलिस प्रशासन का बहुत दबाव था; परंतु ऐसा होते हुए भी १५ सहस्र युवकों ने इस सभा में उपस्थित होकर इस सभा को सफल बनाया । उसके पश्चात बीड में संपन्न सभा स्वयं को बडा ‘हिन्दुत्वनिष्ठ’ कहलानेवाले किसी भी राजनीतिक दल की सहायता के बिना केवल धर्माभिमानी हिन्दुआें की उपस्थिति के कारण अभूतपूर्व सिद्ध हुई ।
श्री. टी. राजासिंह ने अपने भाषण से पहले ‘छत्रपति शिवाजी महाराज की जय !, छत्रपति संभाजी महाराज की जय !’, का जयघोष कर अपना भाषण आरंभ किया । टी. राजासिंह का भाषण आरंभ होते ही सभास्थलपर सभी में एक अलग ही प्रकार का उत्साह उत्पन्न हुआ । अधिवेशन में उपस्थित अनेक हिन्दुत्वनिष्ठ भी विधायक टी. राजासिंह का मार्गदर्शन सुनने के लिए आतुर थे । इसलिए उनके भाषण से पहले तथा भाषण के पश्चात भी सभागार घोषणाआें के गूंज उठा ।