सप्तम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में राष्ट्रीय इतिहास अनुसंधान एवं तुलनात्मक अध्ययन केंद्र, पंचकुला, हरियाणा के अध्यक्ष श्री. नीरज अत्री का मार्गदर्शन
‘इस्लाम शांति का संदेश देनेवाला धर्म है !’, कुरान में ‘काफिरों की हत्या करो, युद्ध में मिली पराई औरतों का आप उपभोग ले सकते हैं’, ऐसा एेसा कही नहीं लिखा है, इसके साथ ही कुरान के संदर्भ में अनेक झूठी बातें फैलाई जा रही है !
वास्तव में कुरान के ८ वे प्रकरण की १२ वी आयत एवं ४७ वे प्रकरण की ४ थी आयत में ‘काफिरों के गले काटों’, ऐसा स्पष्टरूप से उल्लेख है ! इसी तरह से कुरान के ४ थे प्रकरण आयत क्रमांक २४ में ऐसा स्पष्टरूप से उल्लेख है कि, ‘युद्ध में मिली पराई औरतों का आप उपभोग ले सकते हैं !’अतः कुरान के संदर्भ में लोगों तक वास्तविक जानकारी पहुंचाना अत्यावश्यक है ! श्री. नीरज अत्री ने ऐसा मत प्रदर्शित किया। ‘धर्मपरिवर्तन हुए हिन्दुओं के शुद्धिकरण के संदर्भ में किए गए प्रयास’, इस विषय पर वे बोल रहे थे।
श्री. अत्री ने आगे कहा, ‘‘आज असदुद्दिन ओवैसी जैसे लोग एवं उलेमा मुसलमानों को कुरान के संदर्भ में वास्तविक जानकारी नहीं देते ! वे केवल अरबी भाषा में कुरान बताते हैं, जिससे लोगों तक वास्तविक जानकारी नहीं पहुंचती !
जब हम कुरान में दी गई वास्तविक जानकारी लोगों तक पहुंचाएंगे, तो धर्मांतरित लोग भी घरवापसी के लिए सिद्ध होंगे ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीद्वारा बताए गए अनुसार मुसलमानों के एक हाथ में कुरान, तो दूसरे हाथ में संगणक होना चाहिए, साथ ही वे मुसलमानों को इस वास्तविक जानकारी से अवगत कराएं !
हरियाणा में कुरान के संदर्भ में वास्तविक जानकारी देनेवाले शिक्षा वर्ग आरंभ किये गए हैं, जिसे अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है !’’