मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष द्वादशी, कलियुग वर्ष ५११६
ग्रंथप्रकाशन करते हुए मान्यवर
मंगलुरू – श्रीराम सेनाके संस्थापक अध्यक्ष श्री. प्रमोद मुतालिकने हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा आयोजित धर्मसभाके मंचपर यह आवाहन किया कि राष्ट्रीय नेमबाज तारा सहदेवपर किया गया आक्रमण हमें अभीतक लव जिहाद जीवित होनेका साक्ष्य देता है । अतः अब केवल रोनेकी अपेक्षा स्वयंमें झांसीकी रानी एवं रानी चेनम्माके समान शक्ति, सामथ्र्य तथा क्षात्रवृत्ति उत्पन्न कर अन्यायका प्रतिकार करें ।
हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा कुलालभवन, सुरत्कलमें रविवार, १६ नवम्बरको हिन्दू धर्मजागृति सभा सम्पन्न हुई । उस सभाके लिए सनातनके संत पू. विनायक कर्वे गुरुजी तथा पू. राधा प्रभुकी वन्दनीय उपस्थिति प्राप्त हुई । इस सभाके लिए ५०० से अधिक धर्माभिमानी हिन्दू उपस्थित थे । उस समय हिन्दू जनजागृति समितिके श्री. गुरुप्रसादने बताया कि प्रतिदिन हिन्दुओंको धर्मांधोंकी ओरसे आपत्तियोंका सामना करना पडता है, साथ ही आईएसआईएसके समान आतंकवादी संगठन भारतको लक्ष्य करनेकी स्थितिमें हैं । अतः राज्यघटनामें ९८ वां संशोधन कर इस देशको हिन्दू राष्ट्रके रूपमें घोषित करना चाहिए ।
सनातन संस्थाके श्री. रमानंद गौडाने बताया कि धर्मपर होनेवाले आक्रमण रोकनेके लिए हिन्दुओंको धर्माचरण कर हिन्दू राष्ट्रकी स्थापना करना, यही एकमात्र पर्याय है ।
क्षणिकाएं
१. श्री. प्रमोद मुतालिकने ‘गंगाका महत्त्व’, इस ग्रंथका लोकार्पण कर अपना मनोगत व्यक्त किया ।
२. बैठकमें एक जिज्ञासुद्वारा, सर्व संगठनोंको एकत्रित आना चाहिए, ऐसा मत व्यक्त करनेके पश्चात श्री. मुतालिकने बताया कि सनातन संस्था तथा हिन्दू जनजागृति समिति गत तीन वर्षोंसे अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन आयोजित कर यह कार्य कर रही है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात