मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष द्वादशी, कलियुग वर्ष ५११६
बरेली (उत्तर प्रदेश) : उत्तर प्रदेश के बरेली में बीएड छात्रा से दुष्कर्म के बाद नृशंस हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जरा सी अनबन पर उसके पूर्व दोस्त ने ही उसे मौत के घाट उतार दिया। छात्रा पिछले ११ दिनों से लापता थी। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने सोमवार को उसका सड़ा-गला शव बरामद कर लिया।
छात्रा के पिता दिल्ली के चर्चित निर्भया सामूहिक दुष्कर्म कांड के विरोध में १७ दिन चले आंदोलन में शामिल रहे थे। अन्ना हजारे के आंदोलन और समाजसेवा के प्रति रुझान के चलते कुछ वर्ष पहले उन्होंने इंजीनियरींग के पेशे को छोड़ दिया था। मृतक छात्रा (२४) बी टेक करने के बाद मेरठ स्थित एक कॉलेज से बीएड कर रही थी। पांच नवंबर को वह दवा लाने के लिए स्कूटी से घर से निकली थी और तभी से लापता थी। चिंतित परिजनों ने उसकी तलाश में सहेलियों और छात्रा के पूर्व पुरुष मित्र फाइनेंस कंपनी संचालक इमरान रजा खान से भी पूछताछ की, लेकिन पता नहीं चल पाया। छात्रा पहले इमरान के ऑफिस में काम करती थी। इसी दौरान दोनों के बीच दोस्ती हो गई थी।
छह नवंबर को पुलिस को लापता होने की सूचना दी गई। १० नवंबर तक कोई पता नहीं चलने पर घरवाले एसपी सिटी से मिले। कॉल डिटेल से शक के घेरे में आए इमरान को पुलिस ने ११ नवंबर को हिरासत में लिया, मगर उससे कुछ उगलवा नहीं सकी। रविवार को परिजनों से मिले कुछ सुराग के आधार पर पुलिस की पूछताछ में इमरान टूट गया। सोमवार भोर में इमरान की निशानदेही पर सीबीगंज क्षेत्र से युवती का शव बरामद हो गया। इमरान ने शव को गड्ढे में फेंककर मिट्टी से दबा दिया था। उसने गला दबाकर हत्या करना कबूल कर लिया। डीएसपी के अनुसार युवती के ऊपर के कपड़े पूरी तरह से फट गए थे। अन्य कपड़े भी अस्त व्यस्त थे। इससे साफ है कि उसके साथ जबरदस्ती भी हुई थी। हत्या की वजह दोनों के बीच अनबन बताई जा रही है।
स्त्रोत : जागरण