मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष द्वादशी, कलियुग वर्ष ५११६
हाजीपूर (बिहार) – दरभंगा से मुंबई जा रही पवन एक्सप्रेस की स्लीपर बोगी से मंगलवार को विभिन्न संगठनों से जुड़े कार्यकताओं ने एक युवक-युवती को लव जेहाद का मामला बता उतार लिया। दोनों को बोगी से उतारने में आरपीएफ का सहयोग लिया गया। लड़की को ट्रेन से उताकर आरपीएफ पोस्ट पर रखा गया है।
लड़की दरभंगा के एक कॉलेज में बीए पार्ट वन की छात्रा है। पूछे जाने पर उसने अपना घर दरभंगा के कटहलबाड़ी मोहल्ला में बताया। लड़की और लड़के के बार-बार बदलते बयान से आरपीएफ भी परेशान रही। हालांकि लड़की ने अपने घर वालों को हाजीपुर स्टेशन पर उतार लिए जाने की जानकारी दे दी। लड़की के अनुसार उसके परिजन दरभंगा से हाजीपुर के लिए चल चुके हैं।
भाजपा गोवंश प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष राजीव कुमार बह्मर्षि ने बताया कि उनहें मुजफ्फरपुर से बजरंग दल के प्रदेश महामंत्री जवाहर झा ने सूचना दी कि पवन एक्सप्रेस की स्लीपर बोगी एस-2 के 35 नंबर बर्थ पर एक छात्रा को तीन-चार लड़के बहला-फुसलाकर मुंबई ले जा रहे हैं। संभवत: लव जेहाद का मामला है। बजरंगदल के मुजफ्फरपुर महानगर के संयोजक पिन्कु शुक्ला ने दरभंगा से मिली जानकारी के आधार पर यह बात जवाहर झा से कही।
आरपीएफ इंस्पेक्टर अजीत कुमार शाही ने जब लड़की से पूछताछ की तो पता चला कि लड़की के पास कोई आईडी प्रूफ नहीं है। उसका टिकट भी वेटिंग है। पूछताछ में लड़की ने अपना नाम भोली कुमारी बताया। शुरू में उसने कहा कि उसके माता-पिता नहीं हैं। वह अपने दोस्तों के साथ मुंबई घूमने जा रही है। बाद में उसने यह भी कहा कि हाजीपुर में ट्रेन से उतार लिए जाने की जानकारी अपने पिता को दी है।
लड़की के साथ जिस लड़के को लव जेहाद के नाम पर पकड़ा गया उसने अपना नाम मो. नौशाद और अपना पता बेनीपुर के बदरबना गांव बताया। बोगी नंबर एस-2 के 35 नंबर बर्थ पर जब हिन्दू संगठनों के लोगों ने लड़की और लड़के से पूछताछ की तो लड़की के साथ पहले नौशाद ने मुंबई जाने की बात कही। उसके साथ जब थोड़ी सख्ती बरती गई तो उसने कहा कि यह लड़की मेरे साथ नहीं जा रही है। जबकि सभी साथ मिलकर केला खा रहे थे।
नौशाद के साथ दो और लड़के थे लेकिन दोनों झांसा देकर भाग निकले। इधर आरपीएफ लड़की के परिजनों के आने का इंतजार कर रहे थे। आरपीएफ पोस्ट में भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य प्रो. अजीत कुमार सिंह, धर्म जागरण के प्रदेश संयोजक विनोद यादव सहित कई लोग मौजूद थे। आरपीएफ इंस्पेक्टर अजीत कुमार शाही ने बताया कि अगर लव जेहाद का मामला नहीं रहेगा तो कानूनी प्रक्रिया पूरी कर लड़की को उसके परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
स्त्रोत : लाइव्ह हिन्दुस्थान