Menu Close

‘सीआयए’ ने पुरे विश्व की ठेकेदारी लेने की आवश्यकता नहीं है ! – श्री. रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति

‘जो ‘सीआयए’ अपने ‘वर्ल्ड फॅक्टबुक’ में जम्मू-कश्मीर को भारत के मानचित्र में नहीं दर्शाती, उनकेद्वारा प्रस्तुत किया गया ब्यौरा हम उचित क्यों मानें ? उनकेद्वारा प्रसारित की गई जानकारी से घबराकर भारत के निधर्मीवादी एवं प्रसारमाध्यम उन्हें सिर पर न बिठाएं ! इस ‘सीआयए’ का भारत के साथ संबंध क्या ? वे अपने देश की ओर ध्यान दें !

आज रोहिंग्या मुसलमान एवं बांग्लादेशी मुसलमान भारत में घुसपैठ कर रहे हैं ! कश्मीर की जिहादी संगठन देश में आतंकवाद फैला रहें हैं ! उसके विरोध में कुछ बोलना; करना तो दूर, देश की राष्ट्रवादी संगठनों को ही लक्ष्य कर उन्हें अपकीर्त करने का यह प्रयास है !

दूसरी ओर यही ‘सीआयए’ पाकिस्तानी जिहादी संगठनों को सहायता करती हैं । हाफीज सईद को सुरक्षा देती है और आतंकवाद का जनक रहनेवाले पाकिस्तान को करोडो रुपएं की सहायता भी करती है ! ‘इराक में सद्दाम हुसेन के पास रासायनिक शस्त्रं हैं,’ ऐसा कहकर ‘सीआयए’ने उसकी हत्या की ! प्रत्यक्ष में ‘सीआयए’ को वहां रासायनिक शस्त्रं मिले ही नहीं थे ! इसी ‘सीआयए’ ने रशिया के विरोध में जाकर ‘ऑपरेशन सायक्लोन’ के अंतर्गत अफगाणिस्तान में ओसामा बिन लादेन को शस्त्रपूर्ति कर उसे बड़ा बना दिया !

संक्षेप में, ‘सीआयए’ की दादागिरी एवं एकाधिकारशाही को रोक लगनी चाहिए !’

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *