शिवसेना तमिलनाडू की ओर से चेन्नई में हिन्दू धार्मिक एवं धर्मादाय विभाग मुख्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन
चेन्नई : शिवसेना की ओर से २ जुलाई को यहां के तमिलनाडू हिन्दू धार्मिक एवं धर्मादाय मुख्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया । इस विरोध प्रदर्शन में राज्य सरकार से हिन्दू मंदिरों को सरकारीकरण से मुक्त करने की मांग की गई !
राज्य के सभी हिन्दू मंदिरों का व्यवस्थापन एवं नियंत्रण तमिलनाडू हिन्दू धार्मिक एवं धर्मादाय विभाग के पास होता है । द्रविडियों के राजनीतिक दलों ने जब से हिन्दुओं के मंदिरों को अपने हाथ में लिया हैं, तब से मंदिरों की संपत्ति बडी मात्रा में लूटी जा रही है ! करोडों रुपए मूल्यवाली हिन्दू देवताओं की मूर्तियों की विदेशों में तस्करी की गई है । धर्मादाय विभाग के आयुक्त से समकक्ष उच्चपदस्थ अधिकारियों पर मंदिर की संपत्ति में भ्रष्टाचार करने के आरोप हैं । कुछ राजनेता एवं समाजद्रोहियों ने मंदिर के स्वामित्ववाली लगभग ५ लाख एकड भूमि पर अतिक्रमण कर उसे हडप लिया है । शिवसेना तमिलनाडूद्वारा राज्य के मुख्यमंत्री को इसके पहले ही इस विषय में ज्ञापन प्रस्तुत किये गए हैं, साथ ही मंदिरों में चल रहे भ्रष्टाचार के विरोध में कार्रवाई करने की मांग को लोकर इससे पहले भी आंदोलन चलाया गया था । अब अंतिम विकल्प के रूप में शिवसेनाद्वारा तमिलनाडू हिन्दू धार्मिक एवं धर्मादाय विभाग के मुख्यालय को घेराव का निर्णय लिया गया; परंतु उसके लिए पुलिस प्रशासन ने अनुमति नहीं दी ! (हिन्दूविरोधी संगठन बिना किसी अनुमति के विरोध प्रदर्शन करते हैं एवं दंगें करवाते हैं; परंतु वैधानिक पद्धति से विरोध प्रदर्शन करनेवाले हिन्दुओं को अनुमति नहीं दी जाती ! बहुसंख्यक हिन्दुओं के इस देश की इस स्थिति के कारण हिन्दू राष्ट्र स्थापना की अनिवार्यता स्पष्ट होती है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
हिन्दू धार्मिक एवं धर्मादाय विभाग मुख्यालय के आसपास २०० पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी । हिन्दू समाज भयभीत होकर धरना प्रदर्शन निरस्त करे; इसके लिए बडी मात्रा में पुलिस दल तैनात किया गया था; परंतु शिवसैनिकों ने धरना प्रदर्शन चालू ही रखा । शिवसेना के कुछ नेताओं को बंदी बनाकर कुछ समय पश्चात उन्हें प्रतिभूति पर छोडा गया । अनेक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन एवं मंदिर समिति के सदस्यों ने शिवसेना तमिलनाडू को अपना समर्थन दिया है !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात