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भारत की स्वतंत्रता के लिए योगदान देनेवाली क्रांतिकारी गदर पार्टी के किस्से अब अमेरिका में भी पढाए जाएंगे

अमेरिका के ऑरेगन स्टेट के विद्यालयों में जल्द ही भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान देने वाली गदर पार्टी के बारे में पढने को मिलेगा । क्रांतिकारी समूह गदर पार्टी की स्थापना के १०५ साल पूरे होने के मौके पर ऑरेगन के शीर्ष अधिकारियों ने यह घोषणा की ।

ऐतिहासिक शहर एस्टोरिया में कुछ भारतीय-अमेरिकी मूल के परिवार हैं । आधिकारिक रिकॉर्ड्स के अनुसार १९१० में ७४ भारतीय पुरुष यहां आए थे । इनमें से ज्यादातर पंजाब के सिख थे, जो वहां मजदूरी करते थे । इन्हीं लोगों को जोडकर इस इलाके में गदर पार्टी की स्थापना की गई थी ।

टिंबर फैक्ट्री में काम करने वाले इन भारतीयों के वंशज रविवार को गदर पार्टी के पहले स्थापना सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए इकट्ठे हुए थे । इस सम्मेलन में ऑरेगन के एटॉर्नी जनरल एलेन एफ रोजनब्लम ने गवर्नर केट ब्राउन की मौजूदगी में यह अहम घोषणा की । उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि एस्टोरिया इस खास घटना का एक प्रतीक है । इस के साथ उन्होने घोषणा की कि ऐतिहासिक घटना राज्य के विद्यालयों के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनेगी ।

किसने की थी गदर पार्टी की स्थापना ?

दरअसल अमेरिका में लाला हरदयाल ने सभी भारतीयों को इकट्ठा किया था । जिसके बाद १ नवंबर १९१३ में सैनफ्रांसिस्को में गदर पार्टी की स्थापना की गई । इसका उद्देश भारत से साम्राज्यवादी अंग्रेज सत्ता को उखाडने के लिए देश से बाहर भारतीयों को प्रोत्साहित किया जाए । इसी गदर पार्टी से भगत सिंह और ऊधम सिंह जैसे युवा क्रांतिकारियों ने प्रेरणा ली थी ।

स्त्रोत : फर्स्ट पोस्ट

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