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शनिशिंगणापुर के श्री शनैश्‍वर मंदिर का सरकारीकरण तुरंत निरस्त करें ! – राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन में हिन्दुत्वनिष्ठों की मांग

पनवेल में राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन !

आंदोलन करते हुए हिन्दुत्वनिष्ठ

पनवेल : स्वयं को हिन्दुत्वनिष्ठ कहलानेवाले महाराष्ट्र शासन ने शनिशिंगणापुर के श्री शनैश्‍वर देवस्थान के सरकारीकरण का निर्णय लिया । इसके पहले भी महाराष्ट्र शासनद्वारा सुव्यवस्थापन के नाम पर अनेक मंदिरों का सरकारीकरण किया गया; परंतु वास्तव में इन मंदिरों की व्यवस्थापन में शासकीय समितियों नें बडी मात्रा में भ्रष्टाचार कर मंदिरों की करोडों रुपयों की संपत्ति को लूट लिया ! मंदिरों की संपत्ति को लूटनेवाले पापियों को दंडित न करनेवाले शासन को श्री शनैश्‍वर मंदिर को अपने नियंत्रण में लेने का कोई भी नैतिक अधिकार नहीं है ! शासन श्री शनैश्‍वर मंदिर का सरकारीकरण तुरंत निरस्त करे एवं मंदिरों को पुनः भक्तों के नियंत्रण में दें । शासनद्वारा नियंत्रण में लिए गए मंदिरों की संपत्ति को लूटनेवालों के विरोध में अभीतक कार्रवाई क्यों नहीं की गई ? एवं इन भ्रष्टाचारों को खुला क्यों छोडा गया है ?, इसके उत्तर दें; अन्यथा शासन पर केवल श्री शनिदेव का ही नहीं, हिन्दुओं का भी कोप टूट पड़ेगा ! हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. सुनील कदम ने ऐसा प्रतिपादित किया । यहां श्री शनैश्‍वर देवस्थान के सरकारीकरण के विरोध में आयोजित राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन को वे संबोधित कर रहे थे ।

हिन्दुओं के साथ अमानवीय अत्याचार करनेवाले टिपू सुलतान का नाम हज हाऊस को देकर उसके उदात्तीकरण का निर्णय कर्नाटक शासन निरस्त करें !

कर्नाटक के जेडीएस एवं कांग्रेसी शासन ने हज हाऊस को क्रूरकर्मी टिपू सुलतान का नाम देने का निर्णय लिया है । टिपू का इतिहास हिन्दुओं के साथ अनन्वित अत्याचार करनेवाला इस्लामी शासक ऐसा रहा है । हिन्दुओं के साथ अनन्वित अत्याचार करनेवाला, सभी गैर-मुस्लिमों को (हिन्दुओं को) हिन्दू बनाने की शपथ लेनेवाला, मंदिरों में गोहत्या करनेवाला, मंदिरों को ध्वस्त कर देवताओं की मूर्तियों का भंजन करनेवाला ऐसे क्रूरकर्मी टिपू सुलतान के इतिहास को देखते हुए हज हाऊस को उसका नाम देने का अर्थ हिन्दुओं की धर्मभावनाओंपर नमक छिडकने जैसा होगा ! अतः कर्नाटक शासन हज हाऊस को टिपू सुलतान का नाम न दें’, ऐसी मांग भी की गई !

टिपू का नाम देनेवाले राज्यकर्ताओं को बदल डालों ! – ह.भ.प. बापू महाराज रावकर, राष्ट्रीय वारकरी सेना, कोंकण प्रांताध्यक्ष

प्राचीन काल में असुर मंदिरों पर आक्रमण करते थे और अब आज के राज्यकर्तारूपी असुर मंदिरों का सरकारीकरण कर हिन्दू धर्म को नष्ट करने का प्रयास कर रहे हैं । कर्नाटक में हज हाऊस को क्रूरकर्मी टिपू सुलतान का नाम देने का दुष्कर्म हिन्दुद्रोही शासन ने किया है ! अब हमें टिपू सुलतान का केवल नाम बदल कर रूकना नहीं है, अपितु जिन राज्यकर्ताओं ने टिपू सुलतान का नाम दिया है, उन्हें ही बदलना है !

मंदिरों के नाम पर चुनाव जीतनेवाली सरकार ही मंदिरों का सरकारीकरण करती है ! – श्रीमती अमिता चौहान, संस्थापक, नारीशक्ति जागृति फाऊंडेशन

सरकार मंदिर के नाम पर चुनाव लडती है एवं चुनाव जीतने पर मंदिरों का ही सरकारीकरण करती है, यह अन्याय है ! हिन्दू दर्शन करने कहां जाए, ऐसा सरकार को लगता है ? क्या, अबतक सरकार ने कभी एक भी मस्जिद अथवा चर्च को अपने नियंत्रण में लेने का साहस दिखाया है ? कर्नाटक सरकार ने हज हाऊस को टिपू सुलतान का नाम दिया, क्या इसका अर्थ सरकार को और टिपू सुलतान उत्पन्न करने हैं ? हिन्दू दुर्बल नहीं हैं ! संगठित होकर इन आघातों को तोड डालना चाहिए !

हम शनैश्‍वर मंदिर का सरकारीकरण नहीं होने देंगे ! – श्री. अजयसिंह सेंगर, महाराणा प्रताप बटालियन

टिपू सुलतान, औरंगजेब, बाबर इन इस्लामी आक्रमकों ने हिन्दू धर्म को बडी मात्रा में हानि पहुंचाई । कर्नाटक का कांग्रेस शासन उनका उदात्तीकरण कर रहा है । हमारे देवताओं ने अनेक असुरों का वध किया है । न्यायालय भी दुराचारी व्यक्ति को फांसी पर चढाता है । हिन्दू धर्म कब बचेगा, जब हिन्दुओं के मंदिर बचेंगे ! इसके लिए शासन सरकारीकरण किए गए मंदिरों को तुरंत हिन्दुओं के नियंत्रण में दें ! हम शनैश्‍वर मंदिर का सरकारीकरण कदापि नहीं होने देंगे !

इस आंदोलन में स्वराज्य मावळा प्रतिष्ठान, सह्याद्री सामाजिक संस्था एवं सनातन संस्था के कार्यकर्ता भी सहभागी थे ।

क्षणिकाएं

१. मुसलाधार बारिश होते हुए भी इस आंदोलन में २५ धर्मप्रेमी उपस्थित थे !

२. आंदोलन को देखकर २ हिन्दुओं ने इस कार्य में सहभागी होने की इच्छा व्यक्त की !

३. फेसबुक लाईव के माध्यम से ६० सहस्र लोगोंतक यह आंदोलन पहुंचा, ६ सहस्र ८०० धर्माभिमानियों ने इसका वीडियो देखा एवं ४०२ लोगों ने इसका वीडियो दूसरों को भेजा । !

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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