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‘येळावी’ के ग्रामवासी एवं समितिके प्रयासोंसे ईसाइयोंद्वारा हिंदुओंका धर्मपरिवर्तन विफल किया

माघ कृष्ण २ , कलियुग वर्ष ५११४

हिंदुओ, धर्मप्रसारके नामपर आपका धर्मपरिवर्तन करनेका ईसाइयोंका षड्यंत्र पहचानिए !

येळावी (जिला सांगली) – तासगाव तहसीलके येळावी नामक गांवकी एक बस्तीमें आकर दो ईसाई धर्मप्रसारक ईसाई धर्मका प्रसार कर हिंदुओंका धर्मपरिवर्तन करनेके प्रयासमें थे। इस बातकी जानकारी प्राप्त होते ही वहांके ग्रामीणोंने हिंदू जनजागृति समितिके  कार्यकर्ताओंकी सहायतासे ईसाई धर्म प्रसारकोंका यह षड्यंत्र विफल किया । ( ईसाई धर्मप्रसारकोंका षड्यंत्र विफल करनेवाले ग्रामीण एवं हिंदू जनजागृति समितिके कार्यकर्ताओंका अभिनंदन ! हिंदुओंको सभी स्थानोंपर इस प्रकार सतर्क रहनेकी   आवश्यकता है ! – संपादक, ‘दैनिक सनातन प्रभात’ )

१. प्रत्येक शनिवारको ये ईसाई धर्मप्रसारक इस बस्तीमें आते थे । ईसाई धर्म तथा येशुकी अच्छाइयां वे हिंदुओंके मनपर अंकित कर रहे थे । परिणाम स्वरूप वहांके अनेक परिवारोंने अपने घरसे देवताओंकी प्रतिमाएं हटा दी थीं। ( हिंदुओंको धर्मकी शिक्षा न होनेके कारण आज उन्हें कोई भी, कुछ भी बताता है तथा हिंदू  उसपर विश्वास करते हैं । इससे यह स्पष्ट होता है कि  हिंदुओंको धर्मशिक्षा देना कितना आवश्यक है ! – संपादक, ‘दैनिक सनातन प्रभात’ )

२.इसकी भनक गांवके कुछ सजग लोंगोंको मिलतेही उन्होंने हिंदू जनजागृति समितिके कार्यकर्ताओंको पूरी घटना विस्तारसे बताई ( यह है हिंदू जनजागृति समितिके कार्यपर हिंदुओंका विश्वास ! – संपादक, ‘दैनिक सनातन प्रभात’ )

३. इन जागृत हिंदुओंके साथ हिंदु जनजागृति समितीके कार्यकर्ता जहां ईसाई धर्मप्रसार कर रहे थे उस बस्तीमें पहुंचे तथा सभीने उन दो ईसाई धर्मप्रसारकोंको खरी-खोटी सुनाई, एवं उन्हें वहांसे जाने हेतु बाध्य किया ।

४. तत्पश्चात अब वहां नियमित धर्मशिक्षावर्ग आरंभ करनेका  निर्णय लिया गया है। उस समय हिंदू जनजागृति समितिके सर्वश्री पुरण मलमे, प्रशांत चव्हाण तथा हिंदू धर्माभिमानियोंसहित अन्य ग्रामीण उपस्थित थे। कुछ हिंदुओंने बताया कि इस परिसरमें ऐसी  घटनाएं निरंतर होती रहती हैं।

मिरज – नगरमें भी ईसाई धर्मप्रसारकोंकी भरमार हो गई है । ये प्रसारक मिशन चिकित्सालय, मार्केट, रेल्वेस्थानक, तथा अन्य स्थानोंपर हस्तपत्रक वितरित करते हैं एवं नागरिकोंसे कहते हैं कि, ‘बाइबल पढकर देखिए ।’ विभिन्न प्रकारसे गरीब, भोले-भाले हिंदुओंको अपने जालमें फंसानेका उनका  प्रयत्न दिखाई देता है।

स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात

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