महाराष्ट्र वर्षाकालीन अधिवेशन – २०१८
नागपुर : महाराष्ट्र सार्वजनिक विश्वस्तव्यवस्था अधिनियम के अनुसार विधि एवं न्यायमंत्री डॉ.रणजित पाटिल ने १७ जुलाई को शनिशिंगणापूर का ‘श्री शनैश्चर देवस्थान’ विश्वस्तव्यवस्था (शिंगणापूर) विधेयक २०१८’ विधानसभा में प्रस्तुत किया।
देवस्थान की विश्वस्तव्यवस्था को पुनर्घटित करने, शनैश्चर मंदिर के उत्तम प्रशासन हेतु तथा उस विश्वस्तव्यवस्था को शासनद्वारा नियंत्रित करने तथा उससे संबंधित बातों की व्यवस्था करने हेतु यह विधेयक प्रस्तुत किया गया है। इसलिए श्री शनि देवस्थान का सरकारीकरण करने का मार्ग अब खुला होगया है !
अनेक मंदिरों का सरकारीकरण होने के पश्चात वहां का भ्रष्टाचार बढने से भक्तों में असंतोष व्याप्त है। ऐसी स्थिति में भी अब ‘श्री शनैश्चर देवस्थान’ का सरकारीकरण करने से भक्तों ने सरकार के विरोध में प्रखर क्रोध व्यक्त किया हैं !
इस विधेयक पर आगामी शीतकालीन अधिवेशन में सत्त्तापक्ष एवं विपक्ष के सदस्यों मे विस्तृत रुप से विचार-विमर्श होकर उसे अंतिम स्वरुप दिया जाएगा !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात
श्री शनैश्चर देवस्थान के सरकारीकरण का निर्णय निरस्त करें !
शिवसेना विधायक डॉ. सुजित मिणचेकर को हिन्दुत्वनिष्ठों की ओर से ज्ञापन प्रस्तुत
![](https://www.hindujagruti.org/marathi/wp-content/uploads/sites/9/2018/07/mla_michanekar.jpg)
कोल्हापुर : १६ जुलाई को हिन्दुत्वनिष्ठो की ओर से शिवसेना के विधायक डॉ. सुजित मिणचेकर को एक ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। इस ज्ञापन मे शनिशिंगणापुर के श्री शनैश्चर देवस्थान के सरकारीकरण का निर्णय निरस्त करने तथा इससे पूर्व सरकारीकरण किए गए हिन्दुओं के मंदिर पुनः भक्तों के नियंत्रण में देने की मांग की गई।
इस अवसर पर शिवसेना के करवीर तहसिलप्रमुख श्री. राजू यादव, श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दूस्थान के श्री. शरद माळी एवं हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. शिवानंद स्वामी उपस्थित थे। डॉ. मिणचेकर ने कहा कि वे ज्ञापन का अभ्यास कर उस पर उचित भूमिका अपनाएंगे !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात