गोवा में संपन्न हिन्दू राष्ट्र संगठक प्रशिक्षण एवं सप्तम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन से प्रेरणा लेकर . . .
महाराणा युवा संघ की ओर से हिन्दू राष्ट्र कार्यकर्ता निर्माण कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन !
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गरोठ (मंदसौर, मध्य प्रदेश) : जून २०१८ में गोवा में संपन्न हिन्दू राष्ट्र संघटक प्रशिक्षण एवं अधिवेशन में सहभागी महाराणा युवा संघ के कार्यकर्ताआें ने उनके अन्य कार्यकर्ताओं के लिए इस प्रकार की कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस कार्यशाला में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से विविध विषयों पर कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया गया। ६ एवं ७ जुलाई को बरखेडा गांगासा गांव के माता दुधाखेडी क्षेत्र में इस कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला में हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी ने हिन्दू राष्ट्र की मुलभूत संकल्पना, हिन्दुत्वनिष्ठों की आचारसंहिता कैसी हो ?, लोकतंत्र की दुष्प्रवृत्तियों के विरोध में कैसे संघर्ष करें ? आदि विषयों पर मार्गदर्शन किया। समिति के मध्य प्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक श्री. आनंद जाखोटिया ने प्रार्थना, स्वभावदोष निर्मूलन हेतु आवश्यक प्रयास, धर्मशिक्षा के लिए सामाजिक माध्यमों का अर्थात सोशल मिडिया का प्रभावी उपयोग आदि विषयों पर मार्गदर्शन किया। नामजप कैसे करना चाहिए ? एवं आध्यात्मिक उपाय कैसे करने चाहिए ? इन विषयों पर समिति के मध्य प्रदेश समन्वयक श्री. योगेश व्हनमारे ने मार्गदर्शन किया। साथ ही ‘साधना की आवश्यकता एवं हिन्दू राष्ट्र जागृति के संदर्भ में कौन कौनसे उपक्रम किये जाने चाहिए ?’, इन विषयों पर सनातन संस्था के साधक श्री. श्रीराम काणे ने मार्गदर्शन किया।
कार्यशाला के समापन सत्र में सभी कार्यकर्ताओं ने अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त करते हुए कहा कि, इस कार्यशाला के द्वारा हमें जीवन में साधना का नया मार्ग मिला है, आजतक हमें इस प्रकार का मार्गदर्शन कहीं पर भी नहीं मिला !
क्षणिका : कार्यशाला के स्थल पर सनातन के ग्रंथ एवं हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से सिद्ध किए गए विविध विषयों पर आधारित फलकों की प्रदर्शनी लगाई गई थी, जिसका सभी कार्यकर्ताओं ने लाभ उठाया !
हिन्दू राष्ट्र-स्थापना के लिए धर्मपालन, साधना एवं पुरुषार्थ की आवश्यकता ! – सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति
अच्छी फसल मिलने के लिए पहले भूमि पर उगी अनावश्यक घास को निकालना पडता है और उसके पश्चात उसमें हल चलाना पडता है, उसी प्रकार से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए हमें धर्मपालन, साधना एवं पुरुषार्थ करना आवश्यक है। साधना एवं पुरुषार्थ कर ईश्वर के साथ अनुसंधान साधने का प्रयास करना आवश्यक है। हम समाज में हिन्दू राष्ट्र की अपेक्षा कर रहे हैं। हमें इस हिन्दू राष्ट्र में आदर्श व्यवस्था चाहिए। इस व्यवस्था का निर्माण भी हमें ही करना है; इसलिए हमें स्वयं से, अपने परिवार से एवं अपने गांव से इसका आरंभ करना चाहिए। महाराणा प्रताप जैसे योद्धाओं ने जिन परिस्थितियों में धर्मरक्षा का प्रयास किया, वह आज कल्पना से परे है; परंतु हमें ऐसी स्थिति का सामना ही न करना पडे; इसके लिए हमें धर्मरक्षा का कार्य साथ ही उसी के लिए प्रतिदिन १ घंटे का समय देने का प्रयास करना होगा !
महाराणा युवा संघ के कार्यकर्ताओं का धर्मप्रेम !
इस कार्यशाला में उपस्थित महाराणा युवा संघ के अधिकांश कार्यकर्ताओं की शिक्षा ९वीं से १२वीं कक्षातक हुई है। ये सभी कार्यकर्ता निर्माण क्षेत्र से संबंधित अलग-अलग व्यवसायों में अपना कार्य करते हैं। ऐसा होते हुए भी इन कार्यकर्ताओं ने इस कार्यशाला के लिए २ दिनों का समय निकाला एवं हिन्दू राष्ट्र और साधना इन संकल्पनाओं को समझ लेने का प्रयास किया। प्रायोगिक सत्र में उन्होंने हिन्दू राष्ट्र के संदर्भ में बोलने का प्रयास किया। महाराणा युवा संघ के पदाधिकारी भी निस्वार्थभाव से यह संगठन चला रहे हैं एवं उसीके कारण ये कार्यकर्ता भी पदाधिकारियों के प्रति पूर्ण श्रद्धा के साथ धर्मकार्य में सक्रिय हो रहे हैं !
इस कार्यशाला के पश्चात माता दुधाखेडी मंदिर में प्रतिमास पहले रविवार को सामूहिक आरती एवं धर्मशिक्षावर्ग का आरंभ करना सुनिश्चित किया गया !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात