गोवा में संपन्न ‘हिन्दू राष्ट्र संगठक प्रशिक्षण एवं सप्तम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन’ से प्रेरणा लेकर कार्यशाला का आयोजन !
अलवर (राजस्थान) : गोवा में जून २०१८ में संपन्न हुए ‘हिन्दू राष्ट्र संगठक प्रशिक्षण एवं अधिवेशन’ से प्रेरणा लेकर राज्यस्थान के अलवर में १५ एवं १६ जुलाई को गोवा में संपन्न सप्तम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में उपस्थित रहे हिन्दू शक्ति वाहिनी के अध्यक्ष श्री. प्रेम गुप्ता ने एक कार्यशाला का आयोजन किया । उसमें हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से विविध विषयों पर ४० कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन किया गया । इस कार्यशाला का सूत्रसंचालन अधिवक्ता श्री. राजेश पटेल ने किया । इस समय स्वसंरक्षण प्रशिक्षण के प्रात्यक्षिक भी सीखाए गए ।
निःस्वार्थ रूप से धर्मकार्य करनेवाले कार्यकर्ता ही हिन्दू राष्ट्र स्थापना का बलस्थान ! – सद्गुरु (डॉ.)चारुदत्त पिंगळेजी
जब भी हम राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा का लक्ष्य सामने रख कर हिन्दू संगठन करेंगे, तब से ही हिन्दुओं में विभाजन नहीं होगा ! हिन्दुओं ने संगठित होकर समस्या का निराकरण करने के लिए आपस में विचारविमर्श करना चाहिए । जब भी कोई संगठन महान एवं बडा होने लगता है, तब वहां स्वार्थ एवं राजनीति का प्रारंभ होता है ! हिन्दू धर्म की परंपरा स्वार्थ की नहीं, तो धर्म हेतु त्याग करने की है ! दधिची ऋषि, महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपने आचरणद्वारा धर्म से त्याग करने की सीख दी । धर्मनिष्ठ हिन्दू राजाओं ने सत्ता के लिए धर्म से कभी भी समझौता नहीं किया । वर्तमान में निःस्वार्थ रूप से धर्मकार्य करनेवाले कार्यकर्ता ही हिन्दू राष्ट्र की स्थापना कर सकते हैं । ऐसे ही हिन्दू रहनेवाले ‘हिन्दू शक्ति वाहिनी’ के कार्यकर्ता इस कार्यशाला में हैं, उन्हें मैं वंदन करता हूं !’
हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से हिन्दू राष्ट्र के लिए प्राप्त हुआ मार्गदर्शन अमूल्य है ! – श्री. प्रेम गुप्ता, अध्यक्ष, हिन्दू शक्ति वाहिनी
हम सप्तम ‘अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन’ के लिए गोवा गए थे । वहां हमें ईश्वरीय ऊर्जा प्राप्त हुई एवं उसी कारण ही समस्या होते हुए भी ‘हनुमान ध्वज यात्रा’ का आयोजन करना हमें सहज संभव हुआ । हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से इस कार्यशाला में प्राप्त मार्गदर्शन का कोई मूल्य नहीं हो सकता, वो अमूल्य है !
वर्ष २०२३ में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होगी । उसके लिए हमें केवल लाठी लगानी है ! जिस प्रकार भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन ऊठाया था, उसी प्रकार हिन्दू राष्ट्र का कार्य भी वहीं करेगा ! आज जिहादी आतंकवादियों के सर्वनाश के लिए माता श्री दुर्गादेवी को आवाहन करने का समय आया है । हमें भी हिन्दू राष्ट्र के लिए अपनी अपनी शक्ति के अनुसार केवल प्रयास करने की आवश्यकता है !
सैनिकों को ‘शहीद’ कहना, यह उनका अनादर है ! – श्री. राजन गुप्ता
जिहाद करते समय जिनकी मृत्यु होती है, उन्हें ‘शहीद’ कहा जाता है । राष्ट्र के लिए प्राणत्याग कर वीरगति प्राप्त करनेवाले सैनिकों को ‘शहीद’ कहना, यह उनका अनादर है ! आज कुराण में से ऐसे शब्दों का अर्थ ध्यान में न लेकर हिन्दू उसका उपयोग कर रहे हैं । इस संदर्भ में जनजागृति करने की आवश्यकता है !
समिति के मध्यप्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक श्री. आनंद जाखोटिया, समिति के श्री. श्रीराम लुकतुके ने विविध विषयों पर कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया ।
क्षणिकाएं
१. कार्यशाला के स्थान पर आयोजित ग्रंथप्रदर्शनी एवं हिन्दू जनजागृति समिति की विविध विषयों पर लगाईं गई फलक प्रदर्शनी का लाभ कार्यकर्ताओं ने उठाया !
२. कार्यशाला के प्रथम दिन ही अलवर में वर्षा प्रारंभ हुई । उस समय कार्यकर्ताओं का यह भाव था कि, इस कार्यशाला के माध्यम से होनेवाले धर्मकार्य को वर्षा के रूप में ईश्वर ने आशीर्वाद दिया है !
३. कार्यशाला के प्रथम दिन हिन्दू राष्ट्र के संदर्भ में आयोजित पत्रकार परिषद के लिए सदगुरु (डॉ.) पिंगळेजी ने संबोधित किया । उस समय श्री. प्रेम गुप्ता एवं श्री. आनंद जाखोटिया ने भी इसी विषय के अंतर्गत संबोधित किया ।
श्री. राजन गुप्ताद्वारा हिन्दू जनजागृति समिति एवं सद्गुरु (डॉ.)चारुदत्त पिंगळेजी इनके प्रति निकाले गए उद्गार !
हिन्दू राष्ट्र संगठन कार्यशाला के माध्यम से हिन्दू राष्ट्र का अंकुर बोने का कार्य हिन्दू जनजागृति समिति कर रही है । इस अंकुर का वटवृक्ष भविष्य में हिन्दू राष्ट्र के रूप में दिखाई देगा ! हमारा यह सौभाग्य है कि, हिन्दू राष्ट्र निर्माण के लिए एक ऋषि के अनुसार पूरा जीवन समर्पित करनेवाले सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी का मार्गदर्शन हमें प्राप्त हुआ !
श्री. प्रेम गुप्ता ने हिन्दू जनजागृति समिति के संदर्भ में की एक ऐसी हिन्दी काव्यरचना !
सोते रहो पाखंडियो, तुम सत्ता की गोदी में ।
शायद बची नहीं है ताकत, इस सत्ता की मदमस्ती में ॥
हिन्दू जनजागृति के छत्रछाया में स्वतंत्र संगठन,
आखरी सांस तक संघर्ष करेंगे हम ॥
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात