अमरावती में राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन
अमरावती : अमरावती के जयस्तंभ चौक में २० जुलाई सायंकाल ४ से ६ बजे राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन संपन्न हुआ । उस समय शिवसेना के श्री. नरेंद्र केवले ने यह प्रतिपादित किया
कि, ‘हिन्दुओं के मतों पर चुनकर आई भाजपा सरकार हिन्दुओं का ही विश्वासघात कर रही है । मंदिर अधिकार में लेने का पाप कर रही है । हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा आयोजित किए गए इस आंदोलन को मेरा सहकार्य रहेगा तथा इस बात का हम निरंतर विरोध प्रदर्शित करने के लिए सहकार्य करेंगे ।’ उस समय हालहीमें सम्मत किए गए मंदिर सरकारीकरण अधिनियम को विरोध प्रदर्शित किया गया । साथ ही यह मांग भी की गई कि, ‘कर्नाटक के हज हाऊस को क्रूरकर्मा टिपू सुलतान का नाम देने का निर्णय निरस्त करें ।’
आंदोलन में सनातन संस्था की श्रीमती विभा चौधरी, योग वेदांत सेवा समिति के श्री. मानव बुद्धदेव, राष्ट्रीय बजरंग दल के श्री. मुकुल कापसे, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. नीलेश टवलारे ने भी इस संदर्भ में अपना मत व्यक्त किया ।
उस समय बजरंग दल जनपद संयोजक श्री. विपीन गुप्ता, विश्व हिन्दू परिषद के जनपदमंत्री श्री. शरद अग्रवाल, विश्व हिन्दू परिषद के श्री. सागर खेडकर, अंबादेवी संस्थान की अध्यक्षा श्रीमती विद्यादीदी देशपांडे, शिवसेना की श्रीमती कांचन ठाकुर, इत्यादि मान्यवर आंदोलन के लिए उपस्थित थे । इस आंदोलन के लिए ४५ धर्मप्रेमी उपस्थित थे ।
विशेषताएं
१. आंदोलन के समय एक धर्मप्रेमी ने स्वयं हस्ताक्षरं किया । साथ ही आसपास के दुकानों में जाकर हस्ताक्षर इकट्ठा किए !
२. एक धर्मप्रेमी ने स्वयं ही हिस्सा लेकर बताया कि, ‘‘आगे समिति के सभी अभियानों में सम्मिलित रहूंगा ।’’
३. ग्रामीण क्षेत्र के धर्मप्रेमी ३० कि.मी. दूरी से आकर इस आंदोलन में सम्मिलित हुए ।
४. फेसबुक लाईव के माध्यम से २८ सहस्त्र धर्मप्रेमियों ने भी यह आंदोलन देखा ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात
वणी (यवतमाळ) में राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन
वणी (यवतमाळ) : यहां के तहसील चौक में संपन्न हुए राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन में ये मांगे की गई कि, ‘कर्नाटक सरकार हज भवन को क्रूरकर्मा टिपू सुलतान का नाम देने का निर्णय निरस्त करें तथा श्री शनैश्वर देवस्थान का सरकारीकरण निरस्त करें ।’
इस आंदोलन के निवेदनों पर २२ लोगों ने हस्ताक्षरं किए । यह निवेदन उपविभागीय अधिकारी कार्यालय में प्रस्तुत किया गया । इस आंदोलन के लिए १८ लोग उपस्थित थे । उस समय हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. लोभेश्वर टोंगे तथा श्री लहु खामणकर ने मार्गदर्शन किया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात