ठाणे (महाराष्ट्र) : महाराष्ट्र के बडे मंदिरों के सुव्यवस्थापन के नामपर उसका सरकारीकरण किया गया । वास्तव में प्रशासकीय समितियों द्वारा इन मंदिरों के व्यवस्थापन में बडी मात्रा में भ्रष्टाचार कर इन देवस्थानों के संपत्ति की की गई लूट उजागर हुई है । मंदिर संपत्ति को लूटनेवाले पापी व्यक्तियों को दंडित न करनेवाले शासन को श्री शनैश्चर मंदिर को अपने नियंत्रण में लेने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रहा । शासन श्री शनैश्वर देवस्थान के सरकारीकरण को तत्काल रद्द कर मंदिर का नियंत्रण पुनः भक्तों के हाथ में सौंपे । शासन द्वारा नियंत्रित मंदिरों की संपत्ति को लूटनेवालों के विरुद्ध अभीतक कार्यवाही नहीं की गई और भ्रष्टाचारी खुलेआम घूम रहे हैं । इससे हिन्दुआें में तीव्र क्षोभ व्यक्त किया जा रहा है; इसलिए शासन हिन्दुआें की धर्मभावनाआें से खिलवाड न करें । ठाणे के राष्ट्रीय आंदोलन में हिन्दुत्वनिष्ठों की ओर से यह चेतावनी दी गई । ठाणे रेलस्थान के निकट सैटिस पुल के पास २० जुलाई को सायंकाल ६ बजे यह आंदोलन किया गया ।
इस आंदोलन में श्रीराम हिन्दू सेना, हिन्दू महासभा, हिन्दू जनजागृति समिति तथा सनातन संस्था आदि हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के विरुद्ध नारेबाजी की । इस निर्णय के विरुद्ध सरकार का सौंपे जानेवाले निवेदनपर नागरिकों के हस्ताक्षर लिए गए । इस आंदोलन में कर्नाटक सरकार द्वारा हज हाऊस को टिपू सुल्तान का नाम देने का निर्णय रद्द करने की भी मांग की गई ।
क्षणचित्र
१. नागरिक आंदोलनस्थलपर रुककर विषय समझाकर ले रहे थे ।
२. विषय समझ लेनेपर कुछ नागरिक उत्स्फूर्तता के साथ आंदोलन में सहभागी हुए ।
३. इस आंदोलन को देखकर प्रभावित एक नागरिक ने धर्मशिक्षावर्ग के लिए कल्याण नगर में सभागार उपलब्ध करा देने में सहयोग का आश्वासन दिया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात