चेन्नई : शिवसेना के श्री. राधाकृष्णन् द्वारा विशेषकर गुरुपूर्णिमा के उपलक्ष्य में यहां के हनुमान मंदिर में एक विशेष सत्संग का आयोजन किया गया था । उसमें हिन्दू जनजागृति समिति के वक्ताआें ने मार्गदर्शन किया । इस सत्संग में भारत हिन्दू मुन्नानी, हिन्दू मक्कल मुन्नानी तथा अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया था ।
श्री गणेशजी की प्रार्थना से सत्संग का प्रारंभ किया गया । उसके पश्चात समिति के विविध कार्यों की जानकारी दिखानेवाले वीडियो दिखाए गए । श्री. जयकुमार ने उपस्थित धर्मप्रेमियों को सामान्य उदाहरणों का संदर्भ देते हुए साधना का महत्त्व विशद किया । श्रीमती कल्पना बालाजी ने ‘जीवन में श्रीगुरु का महत्त्व तथा गुरुपूर्णिमा’ विषय में जानकारी दी ।
तत्पश्चात श्रीमती सुगंधी ने हिन्दू राष्ट्र के कार्य में सहभागी होने के लिए साधना क्यों आवश्यक है, इस विषय में बतााया । उन्होंने प्रश्नोत्तर के सत्र में जिज्ञासुआें की शंकाआें का निराकरण किया । श्रीमती सुदा गोपालकृष्णन् तथा कु. नित्यश्री ने ग्रंथ प्रदर्शनी की सेवा की । इस कार्यक्रम में लगभग २० धर्माभिमानी उपस्थित थे ।
क्षणिकाएं
१. यह सत्संग निर्धारित समय की अपेक्षा कुछ विलंब से आरंभ हुआ; इसलिए श्री. राधाकृष्णन् ने सत्संग के पश्चात तुरंत क्षमायाचना की । इसके कारण धर्माभिमानियों को योग्य प्रकार से नियोजन न होने का भान हुआ ।
२. सत्संग समाप्त होने के पश्चात श्री. आर.डी. प्रभु ने उनके भारत हिन्दू मुन्नानी के १० सदस्यों का हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताआें से परिचय करवाया । इन कार्यकर्ताआें ने रामनाथी आश्रम के अवलोकन की इच्छा व्यक्त की ।
३. सत्संग के अंत में श्री. राधाकृष्णन् तथा श्री. आर.डी. प्रभु ने गुरुपूर्णिमा उत्सव में सहभागी होना कर्तव्य होने की बात कही, साथ ही सभी से हिन्दू जनजागृति समिति के आध्यात्मिक मार्गदर्शन लेने का आवाहन किया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात