पुणे पुलिस ने शहर में मुस्लिम मदरसे से जुडे एक मौलवी को एक बच्चे के साथ यौन दुर्व्यवहार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया । मदरसे के दो अन्य बच्चों ने बताया कि वह हाल ही में यहां से इसलिए भाग गए थे क्योंकि संस्थान में आने वाले मौलवियों में से एक, दूसरे सहवासी के साथ यौन दुर्व्यवहार करता था । पुलिस ने बताया कि, आरोपी मौलाना रहीम (२१) को २७ जुलाई की शाम को गिरफ्तार किया गया । इस संबंध में बाल अधिकार कार्यकर्ता डॉ यामिनी आदबे ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई थी ।
पुलिस ने इस मदरसे ३६ बच्चों को रेस्क्यू किया है । इन बच्चों की उम्र ५ से १५ साल के बीच है । ये मदरसा पुणे के कटराज कोंधावा इलाके में स्थित है । रिपोर्ट के अनुसार पुणे रेलवे स्टेशन पर रेलवे पुलिस फोर्स ने दो बच्चों को अकेले खडा देखा । आरपीएफ को जब इन बच्चों को लेकर शक हुआ तो उन्होंने बच्चों के लिए काम करने वाले एनजीओ साथी को इन बच्चों के बारे में सूचना दी । इसके बाद पुलिस टीम ने बच्चों के लिए काम करनेवाले कार्यकर्ताओं के साथ जामिया अमूबुझा दारूल यात्मा पर छापा मारा । भारती विद्यापीठ पुलिस स्टेशन ने मौलाना रहीम की गिरफ्तारी की पुष्टि की है । पुलिस ने मौलाना के विरुद्ध जुवेनाइल जस्टिस और पोक्सो कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया है । मौलाना रहीम पर आरोप लगाने वाले दो बच्चे बिहार के भागलपुर जिले के हैं । ये दोनों बच्चे २३ जुलाई को मदरसा छोडकर भाग गये थे, और रेलवे स्टेशन पर पाये गये थे ।
एनजीओ साथी दोनों बच्चों को बाल कल्याण समिति में ले गई, जहां पर दोनों बच्चों की काउंसिलिंग की गई । यौन शोषण के शिकार बच्चों ने मदरसे की खौफनाक बातें पुलिस को बताई । बच्चों ने कहा कि रहीम उन्हें कपडे खोलने कहता और अपने निजी अंग छूने को कहता । इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार एक सूत्र ने बताया कि मदरसे ने अपनी गतिविधियों की जानकारियों ना तो पुलिस को दी है और ना ही चैरिटी कमिश्नर को । पुलिस पूरे मामले की विस्तार से जांच कर रही है ।
स्त्रोत : जनसत्ता