सोलापुर में राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन
सोलापुर : यहां के जिल्हा परिषद, प्रवेशद्वार में संपन्न हुए राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन के समय हिन्दू महासभा के शहराध्यक्ष सुधीर बहिरवाडे ने यह मांग की कि, ‘सरकार केवल हिन्दुओं के मंदिरों को ही अपने अधिकार में क्यों लेती है ?, अन्य धर्मियों के प्रार्थनास्थलं अधिकार में लेने के साहस सरकार नहीं करती । क्या यही है सरकार की धर्मनिरपेक्षता ? छत्रपति शिवाजी महाराज के ऐतिहासिक किलों की दुरावस्था हुई है, उसकी ओर सरकार का ध्यान नहीं है; किंतु हिन्दुओं के मंदिरों के धन पर सरकार का ध्यान है । सभी मंदिर भक्तों के अधिकार में दीजिए तथा देश को हिन्दू राष्ट्र घोषित करें ।’ साथ ही यह मांग भी की गई कि, ‘आंदोलन में ‘हज हाऊस’ को अनन्वित अत्याचार करनेवाले टिपू सुलतान का नाम देकर उसे महानता प्रदान करनेवाला निर्णय कर्नाटक शासन निरस्त करें ।’
इस समय पद्मशाली पुरोहित संघ के श्री. बालराज दोंतुल, सनातन संस्था की श्रीमती अनिता बुणगे, श्रीमती राजश्री देशमुख, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. राजन बुणगे ने अपना मनोगत व्यक्त किया । उस समय श्री. विठ्ठल नोरा, श्री. आप्पा गवळी, श्री. कृष्णा रायचुरकर, श्री. आकाश श्रीराम, योग वेदांत सेवा समिति के श्री. विठ्ठल गरड, हिन्दू महासभा के विनायक पाटिल के साथ हिन्दूत्वनिष्ठ भी अधिक संख्या में उपस्थित थे । आंदोलन के पश्चात् निवासी उपजनपदाधिकारी संजय तेली को निवेदन प्रस्तुत किया गया ।
श्री. बहिरवाडे ने आगे कहां कि, ‘यदि सरकार ने मंदिर सरकारीकरण की नीति में परिवर्तन नहीं किया, तो वर्ष २०१९ के चुनाव में सरकार कोे उसके परिणाम भुगतने पडेंगे । मंदिर अधिकार में लेने की अपेक्षा सरकार शासकीय कार्य उचित करने की ओर अधिक ध्यान दे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात