बैंकॉक : राम जन्मभूमि निर्माण न्यास ट्रस्ट थाईलैंड में मंदिर बनवा रहा है। बुधवार को अयुथया में इसके लिए भूमि पूजन किया गया। राम जन्मभूमि निर्माण न्यास ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जनमेजय शरण ने बताया कि अयोध्या का मामला उच्चतम न्यायालय में है, जिस कारण से वहां राम मंदिर बनने में देरी हो रही है। हमें आशा है कि यहां मंदिर का निर्माण अयोध्या में मंदिर बनने की आधारशिला रखेगा। उच्चतम न्यायालय का निर्णय जल्द हमारे पक्ष में आएगा।
‘भारत को विश्वगुरु बनाएगा यह मंदिर’
महंत शरण ने कहा, ‘‘थाईलैंड में बन रहा राम मंदिर भारत को विश्वगुरु के रूप में स्थापित करेगा। इससे भगवान राम की विचारधारा का प्रचार भारत के बाहर भी होगा।’’ महंत ने बताया कि यह मंदिर अयुथया शहर में सोराय नदी के किनारे बनाया जा रहा है। यह नदी शहर के बीच से होकर बहती है।
अयोध्या ही है अयुथया का अर्थ
इतिहासकारों के अनुसार, १५वीं सदी में थाईलैंड की राजधानी को अयुथया कहा जाता था। इसे स्थानीय भाषा में अयोध्या ही बोलते हैं। दक्षिण पूर्व एशिया के बौद्ध बहुल देश थाईलैंड के लोगों में हिन्दू धर्म के प्रति भी आस्था दिखती है। यहां के लोग अपने राजा को भगवान राम का वंशज मानते हैं और उन्हें विष्णु का अवतार कहते हैं। थाई संस्कृति और साहित्य का रामायण और राम से काफी जुडाव है। यहां के राजा अपने नाम के साथ राम लिखते थे। इसके अलावा थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक को ‘महेंद्र अयोध्या’ भी कहते हैं। लोगों का मानना है कि यह ‘अयोध्या’ इंद्र ने बसाई थी।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर