जापान में टोक्यो के नजदीक किचीजोजी टाउन का नाम हिन्दू देवी लक्ष्मी के नाम पर रखा गया है। जापान के कॉन्सल जनरल तकायुकी कितागावा ने रविवार को बेंगलुरू में दयानंद सागर कॉलेज के छात्रों को उनका ग्रेजुएशन पूरा होने पर ये बात कही। उन्होंने कहा कि किचीजोजी शहर की उत्पत्ति लक्ष्मी मंदिर के नाम से ही हुई है। जापानी भाषा में किचीजोजी का अर्थ लक्ष्मी मंदिर होता है।
जापान पर भारत की संस्कृति के प्रभाव का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों को लगता है कि भारत और जापान अलग-अलग हैं परंतु ऐसा नहीं है, जापान में हिन्दू देवी-देवाताओं के तमाम मंदिर हैं। जापान में सदियों से हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा की जाती रही है।
कितागावा ने आगे कहा, ”जापानी भाषा पर भी भारतीय भाषाओं का प्रभाव है। जापानी में कई शब्द संस्कृत से लिए गए हैं। जापानी व्यंजन पर भारतीय खाने के प्रभाव को बताते हुए उन्होंने कहा कि जापानी व्यंजन ‘सुशी’ को चावल और सिरके से बनाया जाता है।” उन्होंने कहा कि लगभग ५०० जापानी शब्दों की उत्पत्ति संस्कृत और तमिल से हुई है। केवल भारतीय संस्कृति ही नहीं बल्कि भारतीय भाषाओं का भी जापानी भाषा और पूजा पद्धति पर खासा प्रभाव है।
कई भारतीय निजी शिक्षा संस्थानों ने अपने छात्रों को जापानी भाषा सिखाने के लिए जापानी सरकार के साथ समझौता किया है। चूंकि जापान में स्किल्ड प्रोफेशनल्स की काफी मांग है इसलिए जापानी भाषा सीखने के बाद छात्रों को नौकरी पाने में काफी मदद मिलेगी।
स्त्राेत : न्युज १८