संविधानद्वारा प्रदान किए गए अभिव्यक्ति स्वातंत्र्य का हनन ! – हिन्दू जनजागृति समिति
कर्नाटक की जनता दल (धर्मनिरपेक्ष) तथा कांग्रेस की गठबंधनवाली सरकार इस प्रकार से लोकतंत्र की आड में तानाशाही ही चला रही है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात
शिवमोग्गा (कर्नाटक) : १२ अगस्त को सायंकाल ५.३० बजे नगर के ओ.टी. मार्ग के श्री सीतम्मा अनंतय्या सभागार में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ‘वामपंथियों की हत्याएं : हिंदुत्वनिष्ठों पर आरोप’ इस विषय पर जनसंवाद सभा का आयोजन किया गया था और इसके लिए बडी मात्रा में प्रसार भी किया गया था, साथ ही गणमान्य व्यक्तिंयों को भी आमंत्रित किया गया था; परंतु अंतिम क्षण में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने कार्यकर्ताओं को सभा लेने पर प्रतिबंध लगाया ! इस संदर्भ में पूछे जाने पर पुलिस प्रशासन ने उसका स्पष्टीकरण तो दिया नहीं, उल्टे आपने सभा की तो भविष्य में हम तुम्हारा कोई भी कार्यक्रम नहीं होने देंगे, ऐसी धमकी भी दी ! (सभा निरस्त करने का कोई कारण न देकर इस प्रकार से एकतरफा आदेश देकर धमकानेवाले पुलिस अधिकारी कानूनद्रोही ही हैं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
इस संदर्भ में हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा प्रकाशित विज्ञप्ति में कहा गया है कि, यह सभा शांतिपूर्ण तथा कानून की कक्षा में रहकर ही आयोजित की गई थी, अपितु इस प्रकार से सभा को रोकना संविधानद्वारा प्रदान की गई मौलिक स्वतंत्रता का अनादर है !
विशेष बात यह कि यह सभा एक सभागार में होने के कारण उसके लिए पुलिस प्रशासन की अनुमति आवश्यक नहीं होती। ऐसा होते हुए भी पुलिस प्रशासनद्वारा सभी रोक दिया जाना, यह तो संविधानद्वारा नागरिकों को प्रदान किया गया अभिव्यक्ति स्वातंत्र्य का हनन है, जो निंदनीय है !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात