चर्च के पादरीयों की हैवानियत
वॉशिंगटन : अमेरिका के पेन्सिलवेनिया से एक हैरान करने वाली रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कहा जा रहा है कि एक कैथोलिक चर्च में पादरियों ने १,००० से ज्यादा बच्चों का यौन शोषण किया है और यह काम पिछले कई दशकों से चल रहा था। ग्रांड ज्यूरी की रिपोर्ट के अनुसार, लगभग ३०० पादरियों ने पिछले ७० सालों से इस घिनौने काम को अंजाम दिया है। माना जा रहा कि १९४० से बच्चों के साथ बलात्कार और यौन शोषण का कम चल रहा था, जिसमें कई सीनियर चर्च अधिकारी भी शामिल है, जो अब वॉशिंगटन डीसी में आर्कबिशप बने बैठे हैं।
इस रिपोर्ट के अनुसार, कई पीडित आगे नहीं आ पाए हैं और कई अपराधी पादरियों के रिकॉर्ड्स को चर्च ने गायब कर दिया है, इसलिए यह आकंलन लगाना गलत नहीं होगा कि पीडित बच्चों की संख्या बढ भी सकती है। इस रिपोर्ट ने दावा किया है कि चर्चों ने कई पादरियों के बचाने का भी प्रयास किया है।
रिपोर्ट ने कहा, ‘सबसे बडी बात यह है कि बच्चों की मदद नहीं की गई, परंतु इस पूरे स्कैंडल को नजरअंदाज किया गया। तथाकथित अपने आप को ईश्वर बताने वाले लोगों ने चर्च में सालों से मासूम लडकों और लडकियों का बलात्कार किया। वे ना केवल इस घिनौने करतूतों के लिए जिम्मेदार थे, बल्कि उन्होंने इसको बडी चालाकी के साथ छुपाया भी है।’ रिपोर्ट में दुर्व्यवहार के भयानक दास्तां शामिल हैं, जिसमें एक पादरी ने तो अस्पताल में लडकी के टॉन्सिल निकालने के बाद भी उसका बलात्कार कर दिया था। वहीं, एक अन्य पादरी ने १७ वर्षीय लडकी को अपनाने के बाद, उसे चर्च में रहने की इजाजत दी थी और शादी प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर करने के बाद उस लडकी को डाइवोर्स दे दिया था।
लगभग हर मामले में, अभियोजकों ने पाया कि कई पादरियों पर अपराधिक मुकदमा नहीं चलाया जा सकता है, क्योंकि कई तो रिटायर्ड हो चुके हैं और १०० से अधिक पादरियों की मौत भी हो चुकी है। अधिकारियों ने फिलहाल दो पादरियों को दोषी ठहराया है, जिसमें से एक दोषी पाया जा चुका है। अटॉर्नी जनरल जोश शापिरो ने कहा कि इस मामले की जांच चल रही है।
स्त्रोत : वन इंडिया