हिन्दू जनजागृति समिति का ‘राष्ट्रध्वज का सम्मान करें, अभियान’ !
प्रतिवर्ष शासन को ऐसा ज्ञापन प्रस्तुत करने की आवश्यकता ही क्यों पडती है ? शासन स्वयं ही राष्ट्रध्वज का अनादर रोकने के सदंर्भ में एक निश्चित उपाययोजना क्यों नहीं करता ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात
रत्नागिरी : राष्ट्रध्वज अर्थात राष्ट्र की अस्मिता है, इसका स्मरण केवल १५ अगस्त एवं २६ जनवरी इन राष्ट्रीय त्योहारों के दिन ही अधिकांश भारतियों को होता है ! इस दिन पर राष्ट्रध्वज बडे अभिमान से धारण किए जाते हैं; कितुं यदि यही कागज के अथवा प्लास्टिक के छोटे-छोटे राष्ट्रध्वज उसी दिन सायंकाल से सडकों पर, कुढ़े में एवं इतरत्र पडे पाए जाते हैं ! इस संदर्भ में विभिन्न मांगों का ज्ञापन हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से जिले के विभिन्न स्थानों पर शासन एवं महाविद्यालयों को प्रस्तुत किया गया।
राजापुर
यहां ८ अगस्त २०१८ को तहसिलदार श्रीमती प्रतिभा वराळे एवं पुलिस हवालदार श्री. साळोखे (राजापुर पुलिस ठाणे) को ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। उस समय हिन्दवी स्वराज्य प्रतिष्ठान के अध्यक्ष श्री. महेश मयेकर, श्री. उल्हास खडपे, श्री. बापूसाहेब पाटिल एवं श्री. अविनाश पाटणकर उपस्थित थे।
खेड
यहां १० अगस्त २०१८ को तहसिलदार श्री. अमोल कदम एवं खेड पुलिस निरीक्षक श्री. अनिल गंभीर, साथ ही तहसील के भरणे के ८ महाविद्यालयों को ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। उस समय रोहिदास समाज सेवा संघ के राज्याध्यक्ष श्री. सुरेश खेडेकर, राष्ट्राभिमानी श्री. दत्ताराम जाधव, भाजपा जिल्हा कार्यकारिणी सदस्य श्री. रमेश भागवत, धर्माभिमानी श्री. दिनेश पोफळकर, सनातन संस्था के श्री. अशोक कदम एवं हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. विलास भुवड उपस्थित थे।
देवरुख
यहां १० अगस्त २०१८ को तहसिलदार श्री. संदीप कदम एवं पुलिस हवालदार श्री. एन.जी नलावडे को ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। उस समय सनातन संस्था के श्री. विनायक फाटक, श्री. हनुमंत मोरे एवं हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. अण्णासाहेब दिवटे उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात