दुनियाभर में भारतीय मिशनों में २० से अधिक सांस्कृतिक केंद्रों का नाम स्वामी विवेकानंद के नाम पर रखा जायेगा। आईसीसीआर ने यह जानकारी दी है। इस परियोजना के तहत बीजिंग में भारतीय दूतावास के भारतीय सांस्कृतिक केंद्र का नाम स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बदलकर स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र रखा गया। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के अध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे ने कल रात चीन में भारत के राजदूत गौतम बम्बावाले के साथ मिलकर इस केंद्र के नये नाम की पट्टिका का अनावरण किया। यह केंद्र योग, भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य की मुफ्त कक्षाएं भी लगाता है। नाम परिवर्तन के मौके पर सहस्रबुद्धे ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने उन बातों का प्रतिनिधित्व किया जो भारत की पहचान के अनुरुप था।
उन्होंने कहा, ‘‘इस मायने से, वह भारत के विचार के प्रतीक बन जाते हैं और ऐसे में उनके नाम पर इस सांस्कृतिक केंद्र का नाम रखना भारत, उसके समाज और विश्व के प्रति उसके दृष्टिकोण की प्रबुद्ध समझ बढाने की दिशा में एक उपयुक्त कदम है।’’ बम्बावाले ने कहा कि महत्वपूर्ण बात है कि स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं भारत के सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक जीवन में गुंजित हो रही हैं।
बाद में सहस्रबुद्ध ने भारतीय मीडिया से कहा कि विदेश में जिन भारतीय सांस्कृतिक केंद्रों का अबतक नामकरण नहीं हुआ, उनका नाम स्वामी विवेकानंद के नाम पर रखा जाएग। जिन केंद्रों का नाम किन्हीं अन्य भारतीय नेताओं के नाम पर है, उनका नाम नहीं बदला जाएगा। दुनिया में ३७ ऐसे केंद्रों में से २०-२५ केंद्रों, जिनका कोई नाम नहीं है, का नाम स्वामी विवेकानंद केंद्र रखा जाएगा !
स्त्रोत : जनसत्ता