नंदुरबार में हिन्दूत्वनिष्ठों का राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन !
नंदुरबार : हिन्दूत्वनिष्ठों पर अन्याय्य कार्रवाई करनेवाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करें, बकरी ईद के निमित्त की जानेवाली गोवंश हत्या शासन प्रतिबंधित करें, प्रदूषण बढानेवाली कागज के लगदे की गणेशमूर्तियों को शासन प्रोत्साहन न दे एवं रोहिंग्या एवं पाकिस्तानी मुसलमानों को देश से बाहर भगाएं, इन मांगों की ओर शासन का ध्यान आकर्षित करने हेतु हिन्दू जनजागृति समिति एवं अन्य हिन्दूत्वनिष्ठ संगठनों ने १५ अगस्त को यहां राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन का आयोजन किया था। उस समय शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के श्री. दिलीप ढाकणे–पाटिल संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि, ‘हिन्दू जनता एवं हिन्दूत्वनिष्ठ कार्यकर्ता संगठित नहीं है; अतएव ये अन्याय हो रहे हैं ! शासन ने गोहत्याबंदी लागू की; किंतु उसकी प्रभावी कार्रवाई न होने के कारण हिन्दूत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओं को अग्रेसर होना पडता है। पुरोगामी संगठनों के दबाव के कारण सरकार गोरक्षकों को कष्ट पहुंचा रही है। साथ ही उस समय वैभव राऊत पर अन्याय्य कार्रवाई करनेवाले अधिकारियों पर उचित कार्रवाई करने की आग्रही मांग की !’ भाजपा के जेष्ठ कार्यकर्ता श्री. भिका गिरनार के हाथों भारतमाता की प्रतिमा का पूजन किया गया। उस समय श्री. गिरनार ने कहा कि, ‘बांग्लादेशी घुसपैठियों को भारत से नौ दो ग्यारह करें !’
‘बकरी ईद निमित्त की जानेवाली गोवंशियों की हत्या शासन प्रतिबंधित करें’, इस विषय पर बाेलते समय हिन्दूत्वनिष्ठ कार्यकर्ता श्री. मयुर चौधरी ने कहा कि, ‘इको-फ्रेंडली गणपति’ मनाने का आवाहन शासनद्वारा किया जा रहा है; किंतु ‘इको-फ्रेंडली बकरी ईद’ मनाने का आवाहन नहीं किया जाता ! सरकार स्वयं धर्मनिरपेक्ष कार्यपद्धति का उपयोग करती नहीं मात्र हिन्दुओं की भावनाओं की ओर हेतुपुर:स्सर अनदेखा करती है !’
इस समय श्री. सौरभ पंडित ने कहा कि, ‘इको-फ्रेंडली गणेशोत्सव के नाम पर शासन कागज के लगदे से बनी गणेशमूर्तियों को प्रोत्साहन दे रहा है। प्रत्यक्ष में कागज के लगदे से बनी मूर्तियों से पर्यावरण को और अधिक हानि पहुंचती है ! संशोधन के पश्चात यह सिद्ध हुआ है कि, उससे जलप्रदूषण अधिक मात्रा से होता है। अतः हर श्रद्धालु अपने घर में पर्यावरण पूरक शाडु मिठ्ठी की अथवा चिकण मिठ्ठी की गणेशमूर्ति स्थापित करें !’’
हिन्दू जनजागृति समिति के डॉ. नरेंद्र पाटिल ने कहा कि, ‘‘वैभव राऊत के पास से स्फोटक पदार्थ अधिकार में लेने की कार्रवाई पूरी तरह से संदेहास्पद लग रही है। इससे यह प्रश्न मन में उठता है कि, क्या यह हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के कार्य को लगाम डालने के हेतु से रचाया गया षडयंत्र है ? गोवंशहत्या प्रतिबंधित न करना, गणेशोत्सव पर बंधन डालना, हिन्दू कार्यकर्ताओं पर झूठे अपराध प्रविष्ट करना इन सब बातों को रोकना है तो विभिन्न संगठनों के माध्यम से कार्यरत हिन्दूत्वनिष्ठों को संगठित करना यही समय की आवश्यकता है ! ’’
इस अवसर पर विभिन्न संगठनों के, व्यायामशालाओं के, मंडलों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता अधिक संख्या में उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात