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उच्चतम न्यायालय को यह देखना चाहिए कि, क्या केरल में विनाशकारी बारिश और सबरीमाला मामले में जो हो रहा है, उसके बीच कोई संबंध है ?

A submerged P.C. Ramamurthy Mandapam on the banks of the Pampa on the foothills of Sabarimala on August 14, 2018. | Photo Credit: Leju Kamal

केरल में १०० साल के बाद हुए विनाशकारी बारिश की वजह से बाढ की विकराल स्थिति पैदा हो गई है ! ३०० से अधिक लोगों की मौत हो गई है। लाखों लोग बेघर हो गए हैं। सेना, नौसेना, वायु सेना और एनडीआरएफ के जवान राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य का दौरा कर हर संभव सहायता उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिए हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर भारतीय रिजर्व बैंक के बोर्ड डायरेक्टर एस गुरुमूर्ति ने भारी बारिश और बाढ के तार सबरीमाला मंदिर में महिलाओं का प्रवेश से जोड़े हैं ! गुरुमूर्ति ने ट्वीट कर कहा कि, “उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश को यह देखना चाहिए कि क्या केरल में विनाशकारी बारिश और सबरीमाला मामले में जो हो रहा है, उसके बीच कोई संबंध है ? यहां तक कि अगर लाखों में से किसी एक मौके के साथ भी इसका संबंध होता है तो लोग अयप्पा के खिलाफ मुकदमा को पसंद नहीं करेंगे !” यह उन्होंने हरी प्रभाकरणद्वारा केरल में बाढ को लेकर किए गए एक ट्वीट पर रिट्वीट करते हुए लिखा। प्रभाकरण ने लिखा है, “भगवान से उपर कोई नियम नहीं है। यदि आप भगवान के ऊपर कोई कानून नहीं है, … यदि आप सभी को मंदिर में प्रवेश की अनुमति देते हैं, तो वह हर किसी से इनकार करता है !”

गुरुमूर्ति ने एक और ट्वीट में लिखा, वे भारतीय बुद्धिजीवियों के ढोंग पर अचंभित हैं, जिन्होंने लोगों की आस्था को मिटा दिया ! ९९% भारतीय भगवान में विश्वास करते हैं। उदारवादी, धर्मनिरपेक्ष, बुद्धिजीवियों सहित १००% लोग ज्योतिष में विश्वास करते हैं ! नास्तिक करुणानिधि के अनुयायियों ने उनके लिए प्रार्थना की। मैं उन लोगों में से हूं जो भगवान की ओर देखते हैं लेकिन ज्योतिष नहीं !

बता दें कि पेशे से चार्टेड अकाउंटेड, स्वदेशी जागरण मंच के सह-संयोजक और लंबे समय तक संघ से जुड़े रहनेवाले स्वामीनाथन गुरुमूर्ति को कुछ समय पहले ही भारतीय रिजर्व बैंक के डॉयरेक्टर बोर्ड में शामिल किया गया है। वहीं, दूसरी ओर सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर उच्चतम न्यायालय में सुनवाई चल रही है !

स्त्रोत : जनसत्ता

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