उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने महाराजगंज जिले के एक मदरसे की मान्यता रद्द कर दी है। दरअसल मदरसा स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रगान नहीं गाए जाने का दोषी पाया गया था। जिसके बाद सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए महाराजगंज के इस मदरसे की मान्यता रद्द कर दी है ! मान्यता रद्द करने के साथ ही योगी सरकार ने मदरसे को दी जानेवाली आर्थिक मदद भी रोक दी है। बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी मदरसों में स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराने और राष्ट्रगान गाने का आदेश दिया था। इसके बाद महाराजगंज जिले के मलंडीह इलाके में स्थित मदरसा अरबिया अहले सुन्नत अनवरे तैय्यबा गर्ल्स कॉलेज का एक वीडियो सामने आया था। इस वीडियो में दिखाई दे रहा है कि स्वतंत्रता दिवस के दौरान मदरसे में तिरंगा फहराया गया, लेकिन जब मदरसे के बच्चों ने राष्ट्रगान गाना शुरु किया तो वहां मौजूद एक शख्स ने बच्चों को राष्ट्रगान गाने से रोक दिया। इसके बाद मदरसे के एक अन्य टीचर सुनील त्रिपाठी ने इसका विरोध भी किया।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासन ने मामले की जांच करायी। महाराजगंज के जिलाधिकारी एसएन पांडे ने जिला अल्पसंख्यक अधिकारी को इस मामले की जांच सौंपी। जिलाधिकारी को मिली जांच रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रध्वज फहराने के कार्यक्रम में मदरसा मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य भी मौजूद नहीं थे। इसके साथ ही राष्ट्रध्वज के समय मदरसे के बच्चे भी पूरी संख्या में मौजूद नहीं थे। जिसके बाद मदरसे पर विभागीय कारवाई करते हुए सरकार ने मदरसे की मान्यता रद्द कर दी है।
बच्चों को राष्ट्रगान गाने से रोकने पर ३ लोगों के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया था। इनमें मदरसे के प्रिंसीपल फजलुर रहमान और अध्यापक निजाम शामिल है। इसके अलावा एक आरोपी जुनैद अंसारी नामक युवक है। जिस मदरसे की मान्यता रद्द की गई थी, वह उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड से संबंद्ध है और साल २००७ से चलाया जा रहा है।
स्त्रोत : जनसत्ता