लखनऊ कचहरी ब्लास्ट मामले के दो आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है ! न्यायालय ने इस मामले में आजमगढ के डॉ. तारीक काजमी और कश्मीर के मोहम्मद अख्तर को उम्रकैद की सजा सुनाई है। दोनों के खिलाफ हत्या का प्रयास, आपराधिक साजिश, राष्ट्रदोह, और सरकार के खिलाफ जंग छेडने के लिए विस्फोटक जमा करने के मामले में दोषी पाया है। न्यायालय ने विस्फोटक अधिनियम, अनलॉफुल असेंबली एक्ट के तहत सजा सुनाई है।
२००७ के कचहरी सीरियल ब्लास्ट के बाद उत्तर प्रदेश एटीएस की स्थापना की गई थी। २३ नवंबर २००७ को दोनों आरोपियों ने लखनऊ दीवानी न्यायालय में बम विस्फोट किया था। बता दें कि आतंकी तारिक काजमी पर वाराणसी, लखनऊ व फैजाबाद में सीरियल ब्लास्ट करने का आरोप है !
२२ दिसंबर २००७ को एसटीएफ ने तारिक को उसके साथी खालिद मुजाहिद को चारबाग रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के दो वर्ष बाद १८ मई २०१३ को खालिद मुजाहिद की पुलिस अभिरक्षा में मौत हो गई थी। वाराणसी, फैजाबाद कचहरी में हुए धमाके में १५ लोगों की मौत हो गई थी !
स्त्रोत : न्यूज 18