आज तक जितने भी फिल्म निर्माताआें ने हिन्दुआें की आस्थास्थानों पर फिल्मे बनार्इ है, चाहे वह देवी-देवताआें पर हो, हिन्दू त्योहारों तथा रीती- रिवाजोंपर हो, या चाहे वह हिन्दू राजाआें पर हो इन फिल्मों मे एक भी निर्माता ने हिन्दुआें के विषय में या संबंधीत घटनाआें के विषय में सच्चार्इ नही दिखार्इ है। अपनी मनगढत कहानी बनाकर हमेशा ही हिन्दू धर्म को लक्ष्य बनाया है। नया मामला फिल्म निर्माता इम्तियाज अली की राधा-कृष्ण पर बननेवाली फिल्म का है। इम्तियाज अलीद्वारा कृष्ण जन्माष्टमी के ही दिन राधा-कृष्णजी के ऊपर फिल्म बनाने की घोषणा करना यह हिन्दू धर्म पर आघात नही तो आैर क्या है ? जो हिन्दू धर्म को मानते ही नहीं है, परंतु हिन्दू देवी-देवताआें पर फिल्म बनाते है, क्या यह उनका हिन्दू युवा पिढी को विकृत इतिहास दिखाकर उन्हे हिन्दू धर्म से परावृत्त करने का बडा षडयंत्र तो नहीं ?
फिल्म निर्माता इम्तियाज अली ‘लैला मजनूं’ इस फिल्म की रिलीज के बाद राधा-कृष्णजी पर फिल्म बनाने की तैयारी में हैं। फिल्ममेकर इम्तियाज ने हाल ही में खुलासा किया कि वह हमेशा से इस कहानी से प्रभावित रहे हैं। वह सोचते हैं कि इस महान प्रेम कहानी को बडे स्तर पर दर्शकों के सामने लाया जाना चाहिए। राधा-कृष्ण की प्रेम कहानी पर बनने वाली इस फिल्म के लेखक, डायरेक्टर और को-प्रोड्यूसर इम्तियाज होंगे। राधा-कृष्ण की प्रेम कहानी वर्षों से सुनाई जा रही है। यह कहानी समाज की बाधाएं तोड़ने के लिए जानी जाती है। मेकर्स यह सुनिश्चित करने के लिए बडे स्तर पर योजना बना रहे हैं कि फिल्म को बडे पैमाने पर रखा जाए।