हिन्दूत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओं की हत्याओं के पश्चात मौन रखनेवाले केवल आधुनिक विचारसरणी के लोगों की हत्याओं के पश्चात जागृत होते हैं ! – कु. चैत्रा कुंदापुर, हिन्दू युवा कार्यकर्ता
मंगलुरु (कर्नाटक) : सनातन संस्था पर लगाई जानेवाले संभाव्य बंदी का विरोध करने हेतु ४ सितंबर को यहां मोर्चे का आयोजन किया गया था। जिलाधिकारी कार्यालय के पास मोर्चे का समापन होने के पश्चात वहां संपन्न हुई सभा में युवा हिन्दू कार्यकर्ती कु. चैत्रा कुंदापुर ने कहा कि, ‘ईश्वरी शक्ति पर श्रद्धा होनेवाले हिन्दू संगठनों का नाश करना किसी को भी असभंव है ! हिन्दुओं की शक्ति सहन न होने के कारण ही हिन्दुओं पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं ! सनातन संस्था को अपराधी सिद्ध कर सनातन के आश्रमों का अन्वेषण करने से केवल संतों का सत्संग प्राप्त होगा, अपराधी प्राप्त नहीं होंगे ! आधुनिक विचारसरणी के लोग अन्वेषण यंत्रणाओं पर दबाव निर्माण कर अन्वेषण की दिशा ही बदल रहे हैं। हिन्दू कार्यकर्ताओं की हत्या होने के पश्चात यही आधुनिक विचारसरणीवाले मौन रखते हैं !’
उस समय हिन्दू जनजागृति समिति के राज्य समन्वयक श्री. गुरुप्रसाद गौडा ने भी मार्गदर्शन किया। इस मोर्चे में सनातन के संत पू. रमानंद गौडा की वंदनीय उपस्थिति रही !
क्षणिकाएं
१. मार्ग से आने-जानेवाले लोग मोर्चे का चित्रीकरण कर रहे थे साथ ही सनातन का समर्थन कर रहे थे !
२. सुरक्षितता के लिए ३० से अधिक पुलिसकर्मी उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात