नई देहली : एमआईएम (मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन) की राजनीतिक दल के रूप में प्रविष्टि निरस्त करने की मांग को लेकरं एक याचिका देहली उच्च न्यायालय में प्रविष्ट की गई है ! चुनाव आयोग द्वारा १९ जून २०१४ को इस राजनीतिक दल को दी गई स्वीकृती निरस्त की जाए, ऐसा इस याचिका में कहा गया है।
इस याचिका में कहा गया है कि, यह राजनीतिक दल केवल मुसलमानों के प्रश्न ही उपस्थित करता है एवं समुदाय और धर्म के नाम पर भेद कर मत मांगता है। शिवसेना के तेलंगना राज्य प्रमुख श्री. तिरुपति नरसिंह मुरारी ने अधिवक्ता श्री. हरि शंकर जैन एवं अधिवक्ता श्री. विष्णु शंकर जैन के माध्यम से यह याचिका प्रविष्ट की।
स्रोत : दैनिक सनातन प्रभात