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वरूडा (जिला अमरावती, महाराष्ट्र) में स्वसंरक्षण प्रशिक्षण वर्ग की युवतियोंद्वारा ग्रामस्तरीय बैठक का आयोजन !

हिन्दू जनजागृति समिति के स्वसंरक्षण प्रशिक्षण वर्ग में आनेवाली युवतियोंद्वारा ग्रामस्तरीय बैठक

बैठक में उपस्थित ग्रामस्थ

अमरावती : जिले के बडनेरा परिसर के वरूडा गांव में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से लिए जानेवाले स्वसंरक्षण प्रशिक्षण वर्ग में सहभागी युवतियोंद्वारा की गई पहल से ६ सितंबर को ग्रामस्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समिति के जिला समन्वयक श्री. नीलेश टवलारे ने ‘राष्ट्र-धर्म की वर्तमान स्थिति एवं हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता’ इस विषय पर मार्गदर्शन किया। समिति की श्रीमती अनुभूति टवलारे ने साधना का महत्त्व, कुलदेवता एवं  श्री दत्त के नामजप का महत्त्व एवं महिला सशक्तिकरण के संदर्भ में सूत्र रखें। बैठक में १० मिनटोंतक नामजप करवाकर लिया गया। सहभागी युवतियों ने नामजप के कारण प्रसन्नता प्रतीत होने की बात कहीं !

वैशिष्ट्यपूर्ण !

१. बैठक के पश्‍चात महिलाआें के लिए नियमितरूप से धर्मशिक्षावर्ग का आयोजन करना सुनिश्‍चित किया गया।

२. बैठक के पश्‍चात १५ युवक मिलने के लिए आए। उन्हें समिति का कार्य अच्छा लगने से उन्होंने गांव के गणेशोत्सव के समय में स्वसंरक्षण प्रशिक्षणवर्ग के प्रदर्शन एवं हिन्दू राष्ट्र स्थापना की आवश्यकता के संदर्भ में मार्गदर्शन करने के लिए समिति के कार्यकर्ताआें को आमंत्रित किया।

३. गणेशोत्सव के पश्‍चात युवकों के लिए एक स्वतंत्ररूप से स्वसंरक्षण प्रशिक्षणवर्ग लेना सुनिश्‍चित किया गया।

४. गांव की ८ से १० धर्मप्रेमी महिलाआें ने हर मास में एक बार अमरावती शहर में सामूहिक सेवा के लिए आने का निश्‍चय किया।

क्षणिकाएं एवं वैशिष्ट्यपूर्ण अभिप्राय !

१. आंगनबाडी सेविका श्रीमती पाठक अपने एक महत्त्वपूर्ण कार्य को बाजू में रखकर कुछ समय तक बैठक में उपस्थित रही। जाते समय उन्होंने एक महत्त्वपूर्ण कार्य के लिए बाहर जाने की अनिवार्यता के लिए समिति कार्यकर्ताआें के पास खेद जताया ! गांव में समिति का कार्य आरंभ होने के लिए उनकेद्वारा प्रधानता लिए जाने के कारण उनके प्रति आभार व्यक्त किया गया। तब उन्होंने कहा, ‘‘आप मेरा आभार व्यक्त न करें। मुझे इतने अच्छे कार्य में सहभागी होने का अवसर मिला, इसके लिए मैं ही आपकी आभारी हूं !’’

२. स्वसंरक्षण प्रशिक्षणवर्ग में आनेवाली एक युवती की मां ने कहा कि मेरी लडकी को ईश्‍वरीय कार्य में सहभागी होने का अवसर मिला, यह हमारा सौभाग्य है !

३. बैठक के पश्‍चात ७ से ८ अभिभावकों ने उनकी लडकियों के समिति के स्वसंरक्षण प्रशिक्षणवर्ग में आना आरंभ करने से उनके व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन आने की बात कही !

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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