मुंबई : पांच दिनों से लापता एचडीएफसी बैंक के वाइस चेयरमैन सिद्धार्थ संघवी की लाश मुंबई के कल्याण में मिली। पुलिस ने दावा किया है कि, हत्यारे टैक्सी ड्राइवर सरफराज शेख ने लूटपाट के इरादे से एचडीएफसी के वाइस चेयरमैन की हत्या कर दी। पुलिस का कहना है कि ३०,००० रुपये लूटने के लिए यह हत्या की गई है। टैक्सी ड्राइवर ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
पुलिस उपायुक्त अविनाश कुमार के अनुसार प्रारंभिक जांच में लूटपाट के दौरान हत्या किए जाने का पता चला है। न्यायालय ने सोमवार को सरफराज को १९ सितंबर तक पुलिस की हिरासत में सौंप दिया है। अब पुलिस उससे और पुछताछ कर सकेगी। शुरुआत में सिद्धार्थ के गायब होने में उनके कुछ सहकर्मियों की भी भूमिका मानी जा रही थी। पुलिस ने उनके कुछ सहकर्मियों से भी पूछताछ की थी।
शोर मचाने पर कर दी हत्या
डीसीपी अविनाश कुमार के अनुसार ५ सितंबर को सरफराज ने सिद्धार्थ से पैसे की मांग की। परंतु सिद्धार्थ द्वारा शोर मचाने पर सरफराज ने चाकू घोंपकर उनकी हत्या कर दी। फिर उन्हीं की कार से कल्याण गया और कल्याण-हाजी मलंग रोड पर एक खाडी के किनारे शव को ठिकाने लगा दिया। फिर कार लेकर नवी मुंबई आया और कोपरखैरानी में कार छोडकर भाग गया। पुलिस को सिद्धार्थ के मोबाइल फोन से किए गए काल से हत्यारे का पता चला।
पिछली सीट पर मिले थे खून के निशान
पुलिस को नवी मुंबई में मिली कार की पिछली सीट पर खून के निशान मिले जिससे सिद्धार्थ के मारे जाने की आशंका होने लगी थी। यह कार ५ सितंबर को लोअर परेल स्थित कमला मिल कंपाउंड के एचडीएफसी बैंक कार्यालय की पार्किंग से सायं ७.५० बजे निकलते देखी गई थी।
उस रात देर तक घर न पहुंचने पर सिद्धार्थ के परिजनों ने एनएम जोशी मार्ग थाने में उनके गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सरफराज के कबूलनामे के आधार पर पुलिस ने उस पर आइपीसी की धारा ३०२, ३६४ एवं ३६५ के तहत मामला दर्ज किया है।
स्त्रोत : जागरण