नवरात्र से पहले विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) की पश्चिम बंगाल इकाई ने लव जिहाद से हिन्दू युवतियों और महिलाओं के सचेत किया है और उन्हें एडवायजरी जारी कर मुस्लिम युवकों से दूर रहने की सलाह दी है। विहिप ने अपनी एडवायजरी में क्या करें और क्या न करें की एक लिस्ट जारी की है। इन लिस्ट की पर्ची भी राज्य में बंटवाई है। उस पर्ची के अनुसार विहिप ने नसीहत दी है कि मुस्लिम युवा हीरो की तरह हिन्दू युवतियों के सामने आएंगे और एक्टिंग कर उन्हें अपने जाल में फंसाने की कोशिश करेंगे। विहिप ने कहा है कि वो आपको महंगे गिफ्ट भी देंगे और अच्छा-अच्छा खाना भी खिलाएंगे परंतु होशियार रहना, उसके जाल में फंसना मत ! विहिप ने सलाह दी है कि जब भी कोई प्रेमजाल में फांसने की कोशिश करे तो उसकी सूचना तुरंत नजदीकी थाने को दें या विहिप को बताएं।
विहिप ने अपनी एडवायजरी में विवाहित हिन्दू महिलाओं से पारंपरिक मंगलसूत्र पहनने, माथे पर सिंदूर लगाने और हाथों में शंखा चूडी पहनने की सलाह दी है और कहा है कि हिन्दू होने पर गर्व महसूस करें ! विहिप का आरोप है कि पैसे लेकर कुछ मुस्लिम युवक हिन्दू महिलाओं को फांसने के लिए लव जिहाद छेड़ रहे हैं। विहिप ने दुर्गा वाहिनी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को भी निर्देश दिया है कि वो पम्पलेट और बुकलेट छपवाकर डोर-टू-डोर कैम्पेन चलाएं और अगर कोई युवती लव जिहाद का शिकार हो गई है तो उसे अपने पति को हिन्दू बनाने के लिए प्रेरित करे !
हिन्दुआें यह ध्यान में ले कि :
१. ‘लव जिहाद’ का उद्देश ही है किसी भी प्रकार से हिन्दू लडकियों को या तो प्रेमजाल में फंसाना, या किसी प्रकार से उन्हें ब्लैकमेल कर उनका धर्म परिवर्तन करना।
२. कभी कभी एेसी भी घटनाए हुर्इ है, जहां प्यार के जाल में ना फंसनेवाले जिहादियों ने हिन्दू लडकियों पर जबरदस्ती अत्याचार किये है । यह स्थिती निर्माण ना हो, इसलिए हिन्दू लडकियों ने स्वरक्षा-प्रशिक्षण लेना भी समय की आवश्यकता है।
लव जिहाद के विषय में अधिक जानकारी हेतु पढे : https://www.hindujagruti.org/hindi/hindu-issues/love-jihad
हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा स्वरक्षा-प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया जाता है । यदि आप इसमें सहभाग लेना चाहते है तो हमें [email protected] पर संपर्क करे ।
३. हिन्दू जनजागृती समिति की आेर से धर्म परिवर्तन तथा लव जिहाद के विषय में जागृति करने हेतु कुछ ग्रंथ प्रकाशित किए गए है । आप स्वयं इन्हें खरीद सकते है तथा अन्यों को भी यह ग्रंथ पढने हेतु बता सकते है ।
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