कोच्चि : भले ही देशभर में नन से रेप के आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल की गिरफ्तारी की मांग हो रही हो परंतु मिशनरीज ऑफ जीसस ने उनके समर्थन में आते हुए शुक्रवार को एक बडा विवाद खडा कर दिया है। दरअसल, मिशनरीज ऑफ जीसस की जांच कमिशन को जांच में मिले तथ्य सामने रखते हुए चर्च ग्रुप ने पीडिता की तस्वीर ही जारी कर दी।
बता दें कि, उच्चतम न्यायालय के दिशा-निर्देश के अनुसार, कोई भी रेप पीडिता की तस्वीर सार्वजनिक नहीं कर सकता। मिशनरीज ऑफ जीसस ने शुरू से ही बिशप मुलक्कल पर लगे आरोपों को साजिश बताया है। चर्च ग्रुप का कहना है कि पीडिता ने पांच और ननों के साथ मिलकर जालंधर बिशप के विरोध में साजिश की है।
कमिशन ने आरोप लगाया है कि, पीडिता ने अपने दोस्तों से विजिटर्स रजिस्टर में छेडछाड कराई और मदर सुपीरियर से सीसीटीवी का कंट्रोल भी लिया। कमिशन ने फ्रैंको मुलक्कल को निर्दोष बताते हुए दोहराया है कि नन बदला लेने के लिए ऐसा कर रही हैं। गौरतलब है कि केरल उच्च न्यायालय ने तीन याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए मामले की जांच से संतुष्टि जताई है और कहा है कि यह जांच अधिकारी पर निर्भर करता है कि बिशप को गिरफ्तार करना है या नहीं। साथ ही न्यायालय ने सीबीआई को जांच सौंपने से इनकार कर दिया है।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स