नंदुरबार में हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा आयोजित प्रदर्शनी एवं आदर्श मूर्तिविसर्जन अभियान को श्रद्धालुआेंद्वारा उत्स्फूर्त प्रतिसाद !
नंदुरबार : हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा किया जा रहा कार्य समाज के लिए प्रेरणादायी है ! यह कार्य प्रशंसनीय है ! इस कार्य के लिए मेरी शुभकामनाएं ! जिला पालकमंत्री श्री. जयकुमार रावल ने ऐसे गौरवोद्गार निकाले ! उन्होंने समितिद्वारा गणेशोत्सव के उपलक्ष्य में लगाई गई फ्लेक्स प्रदर्शनी का अवलोकन किया, उस समय वे बोल रहे थे। उनके साथ महाराष्ट्र ओबीसी सेल के प्रदेशाध्यक्ष श्री. विजय चौधरी भी उपस्थित थे। नंदुरबार के नामवंत आधुनिक वैद्य, अधिवक्ता, विविध संगठनों के पदाधिकारी, राजनीतिक पदाधिकारी, अध्यापक एवं प्राध्यापकों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से १८ से २२ सितंबर की कालावधि में सोनारवाडी में श्री गणेश का शास्त्र, क्रांतिकारी, लव जिहाद, महिलाआें के लिए स्वसंरक्षण की आवश्यकता, धर्मशिक्षा आदि विषयों के संदर्भ में प्रदर्शनी लगाई गई थी, साथ ही ‘गणेशमूर्ति दान में न दें’ इस संदर्भ की ध्वनिचित्रचक्रिका भी दर्शाई गई।
इस प्रदर्शनी के उद्धाटन अवसर पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता श्री. अनिल लोढा, अधिक्ता श्री. प्रियदर्शन महाजन, अधिवक्ता श्री. देवेंद्र मराठे, साथ ही महाराणा प्रताप युवक मंडल के अध्यक्ष श्री. मोहिनीराज राजपूत उपस्थित थे। विद्यालयों-महाविद्यालयों के छात्र-छात्राआें के साथ ७ सहस्र से भी अधिक श्रद्धालुआें ने इस प्रदर्शनी का लाभ उठाया।
गणेशोत्सव मंडलों ने फ्लेक्स प्रदर्शनी एवं हस्तपत्रिकाआें के माध्यम से की व्यापक जनजागृति !
हिन्दू जनजागृति समिति के उद्बोधन के पश्चात नवापुर का श्री बाबा गणपति मंडल, त्रिनेत्र गणपति मंडल, साथ ही तळोदा का श्री साईबाबा गणपति मंडल, नंदुरबार का कुणबी राजा गणेश मंडल ने अपने-अपने मंडलों के माध्यम से आनेवाले श्रद्धालुआें के लिए फ्लेक्स प्रदर्शनी लगाई, साथ ही ३ सहस्र हस्तपत्रिकाआें के माध्यम से ‘आदर्श गणेशोत्सव कैसे मनाएं ?’ इस संदर्भ में व्यापक जनजागृति भी की !
हिन्दू जनजागृति समिति के व्यापक उद्बोधन के कारण अनेक स्थानों पर शाडू मिट्टी से बनी मूर्तियों की स्थापना !
समिति की ओर से विगत ५ वर्षों से किए गए व्यापक उद्बोधन के कारण इस वर्ष गणेशोत्सव मंडलोंद्वारा एवं घरेलु स्तर पर २ सहस्र से भी अधिक शाडू मिट्टी से बनीं गणेशमूर्तियों की प्रतिष्ठापना की गई !
समिति के आवाहन को प्रतिसाद देते हुए पूल से फेंक कर मूर्तियों विसर्जन न करते हुए गौतमेश्वर नदी के पात्र में जा कर किया विसर्जन !
नंदुरबार शहर एवं परिसर, साथ ही शहादा तहसिल में गणेशमूर्तियों का विसर्जन तीर्थक्षेत्र प्रकाशा नदीक्षेत्र में किया जाता है। तापी नदी का पूल ६० से ७० फीट ऊंचा है ! ३ वर्ष पहले तक अनेक मंडलों एवं घरेलु मूर्तियों का इस पूल से नदी में फेंक कर उनका अनादरपूर्वक विसर्जन किया जाता था, इसे ध्यान में लेकर हिन्दू
जनजागृति समिति की ओर से विगत ३ वर्षों से ‘शास्त्र की दृष्टि से मूर्तिविसर्जन कैसे करें ?’ अभियान चलाया गया। उसी के फलस्वरूप लगभग ९५ प्रतिशत श्रद्धालुआें ने अपनी मूर्तियों को पुल से नदी में फेंकना बंद कर गौतमेश्वर नदी के पात्र में जा कर बहते पानी में मूर्तिविसर्जन करना आरंभ किया। इस वर्ष भी लोगों ने बहते पानी में ही विसर्जन के लिए प्रधानता दी !
हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता सुबह ११ बजे से रात के ८.३० बजे तक इस पुल पर खडे रहकर जनजागरण कर रहे थे। श्रद्धालु समिति के इन कार्यकर्ताआें की सेवा देखकर उनकी प्रशंसा करते हुए कह रहे थे कि आप सर्वस्व त्याग कर जिस प्रकार से धर्मकार्य के रूप में प्रसार और प्रचार कर रहे हैं, यह वैशिष्ट्यपूर्ण है !
अन्य मान्यवरों की प्रतिक्रियाएं
१. समिति के कार्य में तन-मन-धन से सहयोग देंगे ! – श्री. भूपेशभाई शाह, तहसिलप्रमुख, शिवसेना, साकरी
केवल हिन्दू जनजागृति समिति ही वास्तव में हिन्दू समाज को धर्माचरण का महत्त्व समझा रही है ! धर्मशिक्षा अब समय की मांग है; इसलिए समिति के कार्य का हम संपूर्णरूप से समर्थन करते हैं। समिति की ओर से यदि हमारे क्षेत्र में कोई उपक्रम चलाए जाते हैं, तो हम उसके लिए तन-मन-धन के साथ समर्पितभाव से सहयोग देंगे !
२. इस अवसर पर उद्बोधन कक्ष पर आए अनेक मान्यवरों ने अपनी प्रतिक्रियाएं देते हुए कहा कि,
- हमें प्रशासन अथवा किसी भी संगठनद्वारा मूर्तिदान देने के लिए कहा गया अथवा कृत्रिम कुंडों में मूर्तिविसर्जन के लिए कहा गया, तो भी हम धर्मशास्त्र के अनुसार मूर्तियों का विसर्जन बहते पानी में ही करेंगे !
- हमें हिन्दू जनजागृति समिति के माध्यम से ही धर्मशास्त्र में विद्यमान उचित-अनुचित कृत्यों के संदर्भ में ज्ञान मिल रहा है एवं धर्माचरण कैसे किया जाता है, इसकी जानकारी मिल रही है !
शांतता समिति की बैठक में किया गया उद्बोधन !
नंदुरबार के जिलाधिकारी कार्यालय में संपन्न हुई शांतता समिति की बैठक में, समिति के डॉ. नरेंद्र पाटील ने मार्गदर्शन किया। इसमें उन्होंने आदर्श गणेशोत्सव कैसा होना चाहिए, कैसा नहीं होना चाहिए, साथ ही गणेशोत्सव मंडलों को आनेवाली विविध समस्याऐं इस संदर्भ में विस्तारपूर्वक कहा।
इस समय जिलाधिकारी डॉ. कलशेट्टी, जिला पोलीस अधीक्षक श्री. संजय पाटील, उपजिलाधिकारी, प्रांत अधिकारी, उपविभागीय पोलीस अधिकारी एवं विविध विभागों के विभाग प्रमुख, मंडलों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात