साइबर सिटी गुरुग्राम में एक चिकन शॉप के हॉर्डिंग को लेकर विवाद हो गया है। दरअसल इस चिकन शॉप के हॉर्डिंग पर लिखा था ‘हिन्दू भाई चिकन शॉप’। इस पर कुछ हिन्दुत्ववादी संगठनों ने आपत्ति जतायी और इस हॉर्डिंग को हटा दिया। हिन्दुत्ववादी संगठनों का ये भी आरोप है कि, हॉर्डिंग पर दुकान के मालिक का नाम ‘बाबू लाल’ लिखा हुआ है, परंतु जब Truecaller एप की मदद से नंबर को सर्च किया गया तो यहां दुकान के मालिक का नाम ‘आरिफ’ आ रहा है। अखिल भारतीय हिन्दू क्रांति दल के राष्ट्रीय महासचिव राजीव मित्तल का कहना है कि, ‘बोर्ड पर हिन्दू भाई चिकन शॉप लिखा हुआ था, परंतु जब इस मामले की जांच की गई तो पता चला कि दुकान का मालिक एक दूसरे धर्म का व्यक्ति है, जो कि राजस्थान का निवासी है। ऐसा लगता है कि इस हॉर्डिंग से हमारे धर्म का अपमान करने की कोशिश की जा रही थी।’
बता दें कि, अखिल भारतीय हिन्दू क्रांति दल समेत कई हिन्दुत्ववादी संगठन संयुक्त हिन्दू संघर्ष समिति के बैनर तले विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हिन्दुत्ववादी नेताओं का कहना है कि ‘उन्होंने गुरुवार शाम को पुलिस को इस बारे में सूचित किया था। जब हम दुकान पर पहुंचे तो दुकान खुली हुई थी। परंतु जब हमने दुकान के नाम और बोर्ड पर आपत्ति जतायी तो दुकान का मालिक और अन्य व्यक्ति मौके से फरार हो गए।’ पुलिस ने भी इस घटना की पुष्टि की है। हालांकि अभी तक पुलिस ने इस संबंध में कोई शिकायत दर्ज नहीं करायी है, क्योंकि यह मामला फिलहाल सुलझ गया है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, हॉर्डिंग को लेकर कुछ विवाद था, परंतु पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला संभाल लिया। पुलिस के अनुसार, वह दुकान के मालिक से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, परंतु फिलहाल उसका मोबाइल फोन स्विच ऑफ आ रहा है। पुलिस जांच के अनुसार, यह दुकान पिछले २ महीने से बंद चल रही थी। वहीं दूसरी आेर नवरात्रि को देखते हुए हिन्दुत्ववादी संगठनों नें मांग की है कि नवरात्रि के दौरान पूरे हरियाणा में मीट की दुकाने बंद रहें। गौरतलब है कि हरियाणा की शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने पिछले दिनों अपने एक आदेश में राज्य की सभी मीट की दुकानें महावीर जयंती के अवसर पर बंद करने का आदेश दिया था। अब हिन्दुत्ववादी संगठन भी उसी तर्ज पर पूरे नवरात्रि मांस की दुकानों को बंद करने की मांग कर रहे हैं। हिन्दुत्ववादी संगठनों ने ये भी कहा है कि यदि उनकी यह मांग नहीं मानी जाती है तो वह इसके खिलाफ सडकों पर उतरेंगे।
स्त्रोत : जनसत्ता