लखनऊ में मुख्यमंत्री सचिवालय के सामने एक मौलाना द्वारा नमाज पढे जाने की घटना सामने आने के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। इस मामले दो पुलिसवालों को निलंबित कर दिया गया है। न्यूज एजेंसी वार्ता के अनुसार एसएसपी कलानिधी नैथानी ने बताया कि मुख्यमंत्री सचिवालय के सामने शुक्रवार शाम नमाज पढने वाले मौलाना को देर रात गिरफ्तार कर लिया है। उसकी पहचान लखनऊ के ऐशबाग क्षेत्र निवासी रफीक अहमद के रूप में हुई है। उन्होने बताया रफीक अहमद बीच सडक में नमाज पढ रहा था। उसके पास से एक चाकू भी बरामद हुआ है। उन्होने बताया कि इस मामले दो पुलिसवालों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया है।
गौरतलब है कि, मुख्यमंत्री सचिवालय के सामने सुरक्षा व्यवस्था को धत्ता बताते हुए शुक्रवार शाम हरी पगडी बांधे मौलाना सडक पर चादर बिछाकर नमाज पढने लगा। नमाज पढने के बाद उसने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और चला गया। घटना से चौराहे पर भीषण जाम लग गया। इसका वीडियों वायरल होने के बाद हडकंप मच गया। एनेक्सी के सामने बीच सडक पर नमाज पढने और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने के आरोप में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
बता दे कि नमाज पढनेवाले मौलाना ने अपने दायीं ओर कमर में चाकू भी लगाए था। चौराहे के आस पास खडे पुलिस कर्मी देखते रहे और कुछ देर बाद वह उठा और स्कूटी स्टार्ट कर चला गया। सूचना पर हजरतगंज पुलिस ने सीसी कैमरों से वीडियो निकाला। एसएसपी के निदेर्श पर आरोपित के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई, जिसे देर रात गिरफ्तार कर लिया गया।
स्त्रोत : लाइव हिन्दुस्थान