‘खतरे में मानवता : वैश्विक आतंकवाद का भय’
आॅक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और सामरिक दूरदर्शिता समूह के द्वारा किया गया अध्ययन
सामरिक दूरदर्शिता समूह ने २१वीं सदी के पहले ५ सालों में आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देनेवाले २०० समूहों का अध्ययन किया। इस अवधि के दौरान ये पाया गया कि पूरी दुनिया के २०० से ज्यादा समूहों में से करीब एक चौथाई की विचारधारा और मान्यता जिहादी है !
पाकिस्तान पूरी दुनिया में वैश्विक आतंकवाद का समर्थक और आतंकवादियों की फैक्ट्री बना हुआ है ! पाकिस्तान पूरी दुनिया में सीरिया से भी तीन गुना ज्यादा आतंकवाद फैलाने का गुनाहगार है ! ये तथ्य एक अध्ययन रिपोर्ट में सामने आया है। ये अध्ययन आॅक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और सामरिक दूरदर्शिता समूह के द्वारा ‘खतरे में मानवता – वैश्विक आतंकवाद का भय’ इस विषय पर किया गया था।
अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार, अफगान तालिबान और लश्कर-ए-तैय्यबा भविष्य में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सबसे बडा संकट खडा करेंगे। पाकिस्तान को दुनिया में सबसे ज्यादा आतंकी ठिकानों और पनाहगाहोंवाला देश बताया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, ”अगर हम तथ्यों और आंकडों के आधार पर दुनिया भर के सबसे खतरनाक आतंकवादी समूहों को देखें, हम पाते हैं कि उनमें से ज्यादातर या तो पाकिस्तान के हैं या फिर उन्हें पाकिस्तान से मदद मिल रही है। यहां तक कि अफगानिस्तान में भी कई ऐसे संगठन हैं जो पाकिस्तान की मदद से चल रहे हैं !”
इस रिपोर्ट में ८० से ज्यादा पेज हैं। इस रिपोर्ट को तैयार करने का मकसद अगले दशक में आनेवाली चुनौतियों पर चर्चा करना, विश्लेषणात्मक तंत्र प्रस्तुत करना और नीति निर्माताओं को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना है। रिपोर्ट के अनुसार, ”सभी प्रकार के चरमपंथ में बढाेत्तरी, जनसंहार के हथियारों का दुरुपयोग और आर्थिक अवरोध अब तक की हुई मानवीय प्रगति को धराशायी कर देंगे या फिर साल २०३० तक मरणासन्न कर देंगे। ये सभी आतंकवाद से भीतर तक जुडे हुए हैं !”
सामरिक दूरदर्शिता समूह ने २१वीं सदी के पहले ५ सालों में आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देनेवाले २०० समूहों का अध्ययन किया। इस अवधि के दौरान ये पाया गया कि पूरी दुनिया के २०० से ज्यादा समूहों में से करीब एक चौथाई की जिहादी विचारधारा की अपनी खुद की मान्यता है। इन समूहों में से, इस्लामिक स्टेट आॅफ इराक और आईएसआईएल ने ही बीते पांच सालों में सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरी हैं। लेकिन आईएसआईएल के उत्थान और पतन के बीच अल-कायदा ने सबसे ज्यादा अशांति फैलाई है। साल २०११ तक अलकायदा का नेतृत्व ओसामा बिन लादेन कर रहा था लेकिन अब इस ग्रुप का नेतृत्व उसका बेटा हमजा बिन ओसामा बिन लादेन कर रहा है। मीडिया का एक बडा तबका उसे ‘आतंक का नया बादशाह’ करार दे रही है !
स्त्रोत : जनसत्ता