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ओवैसी की चुनौती, ‘दम है तो राम मंदिर पर अध्‍यादेश लाए भाजपा, हम भी देखेंगे !’

हैदराबाद से सांसद और आॅल इंडिया म​​जलिस ए इत्ताहिदुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने राममंदिर के निर्माण के ​लिए भाजपा को संसद में अध्यादेश लाने की चुनौती दी है ! सांसद ओवैसी ने समाचार एजेंसी एएनआई को दिए बयान में कहा कि वे हर बार कहते रहते हैं कि राम मंदिर का निर्माण वह अध्यादेश लाकर करवा लेंगे ! अगर उनमें हिम्मत है तो वह राम मंदिर बनाने के लिए अध्यादेश लाकर दिखाएं !

एआईएमआईएम के प्रमुख सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, वह राम मंदिर पर अध्यादेश क्यों नहीं लाते हैं ? उन्हें लाने तो दीजिए। हर बार वे हमें डराने की कोशिश करते रहते हैं कि वे इस पर अध्यादेश ले आएंगे ! भाजपा, आरएसएस और वीएचपी का हर नेता यही बात कहता है। आप लाइए अध्यादेश। आप सत्ता में हैं। मैं आपको चुनौती देता हूं कि आप करके दिखाइए। हम भी देखेंगे !” बता दें कि सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ये बातें सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा आज विवादित भूमि मामले की सुनवाई जनवरी तक टालने के फैसले के बाद कही।

इससे पहले २३ अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाने की बात कही थी। काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के बाद केशव प्रसाद मौर्या ने मीडिया से कहा था कि, राम मंदिर निर्माण के दो ही विकल्प है, पहला समझौता और दूसरा सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय ! इन दोनों विकल्पों की समाप्ति के बाद हम संसद में कानून बनाकर भव्य राम मंदिर का निर्माण कराएंगे ! उन्होंने यह भी कहा, बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद, कार्यकर्ताओं के परिश्रम और देश की जनता से लगाव के कारण ही देश में फिर से बीजेपी की ही सरकार बनेगी। पार्टी २०१४ के चुनावों से ज्यादा वोट पाकर फिर से २०१९ में प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाएगी !

बता दें कि अयोध्या में जमीन के विवाद पर आज से सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई होने वाली थी। लेकिन कुल दो मिनट की सुनवाई के बाद ही सुनवाई टल गई है ! सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि अब ये जनवरी में ही तय होगा कि इस मामले की सुनवाई कब होगी। इस मामले की सुनवाई मुख्य न्यायाधिश रंजन गोगोई की अध्यक्षतावाली तीन जजों की पीठ कर रही थी। पीठ में मुख्य न्यायाधिश के अलावा न्यायाधिश संजय किशन कौल और न्यायाधिश केएम जोसेफ शामिल थे। मुख्य न्यायाधिश ने कहा कि अब जनवरी में उचित पीठ ही सुनवाई की तारीख तय करेगी !

स्त्रोत : जनसत्ता

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