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मंदिर परंपराआें की रक्षा के लिए चलाए जा रहे आंदोलन को गोवा के हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों का समर्थन !

केरल के शबरीमला मंदिर में सभी आयुवर्ग की महिलाआें के प्रवेश का प्रकरण

गोमंतक हिन्दू प्रतिष्ठान की पणजी (गोवा) में आयोजित पत्रकार परिषद में की गई घोषणा !


पणजी : सर्वोच्च न्यायालय ने केरल के शबरीमला मंदिर में सभी आयुवर्ग की महिलाआें को प्रवेश का निर्णय दिया है। इस निर्णय के विरोध में केरल की महिलाएं एवं धर्माभिमानी नागरिक संघर्ष कर रहे हैं। हिन्दू परंपराआें की रक्षा हेतु चलाए जा रहे इस आंदोलन को गोवा राज्य के समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों का समर्थन है। इस आंदोलन के समर्थन में गोवा के सभी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन १३ नवंबर को दोपहर ४ बजे आजाद प्रांगण, पणजी में धरना प्रदर्शन करेंगे, साथ ही मंदिर में महिलाआें के प्रवेश करने के विरोध में चलाए जा रहे इस आंदोलन के समर्थन में मांगोरहील, वास्को के श्री अय्यप्पा मंदिर में १८ नवंबर की सुबह ७ से लेकर सायंकाल ७ बजे तक नामजप उपक्रम का आयोजन किया गया है। गोमंतक हिन्दू प्रतिष्ठान के श्री. शैलेंद्र वेलिंगकर ने यहां आयोजित पत्रकार परिषद में यह जानकारी दी।

इस पत्रकार परिषद में गोवा नायर संगठन के श्री. आर. एस. नायर, विशाल गोमंतक सेना के श्री. सुरेश आरोंदेकर, शिवयोद्धा संगठन के श्री. माधव विरडीकर, भारत माता की जय संगठन के श्री. सुरेश डिचोलकर, भारत स्वाभिमान के श्री. कमलेश बांदेकर, हिन्दू जनजागृति समिति की श्रीमती राजश्री गडेकर आदि उपस्थित थे।

पत्रकार परिषद में उपस्थित सभी मान्यवरों ने शबरीमला मंदिर में सभी आयुवर्ग की महिलाआें को प्रवेश दिए जाने का निर्णय के विरोध में सफलतापूर्वक चलाए जा रहे इस आंदोलन की प्रशंसा की, साथ ही गोवा के हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को हिन्दू परंपराआें की रक्षा के लिए इसी प्रकार से एकजुट दिखाने की आवश्यकता पर बल दिया।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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