देश की राजधानी से चंद किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्रेटर नोएडा के जेवर से दीपावली की अगली सुबह एक ऐसी खबर आई जिसने पूरे इलाके में आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया। दीपावली को भगवान राम के अयोध्या लौटने के पर्व के रूप में मनाया जाता है, लेकिन जेवर इलाके में इसी दिन राम परिवार की मूर्ति तोड़ दी गई !
गौरतलब है कि बीती रात (७ नवंबर) जेवर के नगला गणेशी गांव के सीताराम मंदिर में असामाजिक तत्वों ने भगवान राम, माता सीता और हनुमान की मूर्ति तोड़ दी। यह मंदिर उस जमीन पर स्थित है जो जेवर एयरपोर्ट के लिए अधिगृहित है।
असामाजिक तत्वों ने भगवान राम की प्रतिमा के हाथ पैर और सिर तोड़ दिए। हनुमान की मूर्ति की गर्दन तोड़ने के साथ ही माता सीता की प्रतिमा के हाथ भी तोड़ दिए गए। मंदिर में मौजूद राम परिवार की सभी मूर्तियों को क्षत-विक्षत किया गया।
इस घटना का पता तब चला जब गुरुवार सुबह ४ बजे मंदिर का पुजारी वहां रोज की तरह पूजा पाठ करने पहुंचा। मंदिर व मूर्तियों का हाल देख पुजारी ने इसकी सूचना गांवावालों को दी। धीरे-धीरे ये बात आसपास के गांवों तक फैल गई और सैकड़ों लोग इकट्ठा होकर प्रदर्शन करने लगे।
भीड़ ने वहां दो-तीन बार रोड जाम करने का प्रयास किया हालांकि पुलिस ने समझाबुझाकर प्रदर्शन शांत कराया। इस बीच पुलिस प्रशासन लगातार ये प्रयास कर रहा है कि मंदिर में नई मूर्ति स्थापित करा दे और मामला शांत करें। लेकिन स्थानीय निवासियों की मांग है कि मूर्ति तो वह खुद स्थापित करा लेंगे लेकिन जो आरोपी हैं उन्हें जल्द से जल्द पकड़ा जाए।
जानकारी के अनुसार जेवर में चल रहे प्रदर्शन की अगुवाई हिंदू संगठन बजरंग दल कर रहा है। मौके पर स्थानीय विधायक जिले के आधा दर्जन थानों की पुलिस और एसडीएम आदि मौके पर पहुंचे हुए हैं।
स्त्रोत : अमर उजाला