सिरोही : सिरोही शहर के शांतिनगर स्थित राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला कार्यालय में रविवार रात हुई संत अवधेशानंद की हत्या के मामले ने सोमवार को तूल पकड़ लिया। घटना से क्षुब्ध अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने अस्पताल पर विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने मामले की निष्पक्ष जांच कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पर दबाव बनाया। संगठन के बैनर तले प्रतिनिधि मंडल ने एएसपी सरजीतसिंह को ज्ञापन सौंपकर ३६ घंटे में मामले का खुलासा नहीं होने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी है ! इससे पहले सारणेश्वर जी के पास कार्यकर्ताओं की सभा हुई। जिसमें इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा कर मामले की सीबीआई से जांच कराने और मामले का खुलासा नहीं होने पर सिरोही बंद का भी निर्णय लिया। संत को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वाहन रैली के रूप में जिला अस्पताल के लिए रवाना हुए। पुलिस ने वाहनों को अहिंसा सर्किल के पास ही रोक दिया। जहां से पैदल रैली अस्पताल के मुख्य गेट तक पहुंची, जहां से पहले से तैनात भारी पुलिस जाब्ते ने उन्हें रोक दिया। प्रतिनिधि मंडल मोर्चरी तक पहुंचा और संत के शव को देखा तथा मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों से मामले के शीघ्र पर्दाफाश और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधि मंडल में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के प्रदेश मंत्री चंद्रसिंह जैन, चित्तौडग़ढ़ प्रांत मंत्री युधिष्टर सिंह आढ़ा, संत अभयदास, मंगलपुरी महाराज, राष्ट्रीय बजरंग दल के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री इंद्रजीत राजगुरु, जोधपुर प्रांत अध्यक्ष राकेश राजगुरु शामिल थे।
यह था मामला
संघ कार्यालय में रविवार शाम आरएसएस की प्रकल्प एकल विद्यालय संस्था से जुड़े संत अवधेशानंद व जिला प्रचारक उत्तमगिरी के बीच आपसी कहासुनी हुई। विवाद बढऩे पर चाकूबाजी की घटना में दोनों घायल हो गए। गंभीर घायल संत अवधेशानंद की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। जबकि, जिला प्रचारक उत्तमगिरी को जिला अस्पताल लाया गया, जहां से उन्हें उदयपुर रेफर किया गया। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर